ब्रसेल्स, 23 अप्रैल अमेरिका की एक वरिष्ठ अधिकारी ने चीन को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन में ‘‘बिना उकसावे वाले’’ युद्ध में ‘‘साजोसामान संबंधी सहयोग’’ देने के खिलाफ आगाह किया है। उन्होंने कहा कि मॉस्को के खिलाफ प्रतिबंधों से बीजिंग को यह अंदाजा हो गया होगा कि अमेरिका क्या कर सकता है।
उप विदेश मंत्री वेंडी शर्मन ने ब्रसेल्स में चीन पर यूरोपीय संघ-अमेरिका वार्ता की तीसरी बैठक के बाद बृहस्पतिवार को यह चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि पुतिन द्वारा यूक्रेन के खिलाफ बिना उकसावे के युद्ध छेड़ने से तीन सप्ताह पहले उन्होंने और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने एलान किया था कि चीन और रूस के बीच साझेदारी असीमित है।
उन्होंने कहा, ‘‘तब से हमने चीन को रूस के लिए अपने समर्थन का संकेत देते हुए देखा है।’’
शर्मन ने कहा, ‘‘उन्होंने (चीन) रूस के युद्ध अपराधों की निंदा नहीं की और मानवाधिकार परिषद से रूस को निष्कासित करने के प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चीन ने रूस की सैन्य कार्रवाई और यूक्रेन के आत्मरक्षा के कदमों के बीच बार-बार झूठी समानताएं की हैं।’’
अमेरिकी अधिकारी ने चीन की सरकारी मीडिया पर ‘‘क्रेमलिन की गलत सूचनाओं’’ को दोहराने का आरोप लगाया, जिसमें वे बेतुके दावे शामिल हैं कि नाटो और यूक्रेन, रूस के लिए खतरा पैदा करते हैं।
शर्मन ने कहा, ‘‘चीन पहले से ही ऐसी चीजें कर रहा है जिससे इस स्थिति में मदद नहीं मिलती है।’’
यह पूछे जाने पर कि अगर चीन रूस को साजोसामान संबंधी सहयोग देता है तो अमेरिका क्या कर सकता है, इस पर शर्मन ने कहा, ‘‘हम बहुत स्पष्ट रहे हैं कि हमने प्रतिबंधों, निर्यात नियंत्रण के लिहाज से जो किया है, वह उन्होंने देखा है तो इससे उन्हें अंदाजा हो गया होगा कि अगर चीन साजोसामान से मदद करता है तो हम क्या कर सकते हैं।’’
साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका, चीन के साथ तनाव बढ़ाने से बच रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम एक और शीत युद्ध शुरू नहीं करना चाहते, हम संघर्ष नहीं चाहते, हम गलत अनुमान नहीं चाहते। हम संवाद के माध्यम चाहते हैं।’’
शर्मन ने चीन के मानवाधिकार रिकॉर्ड, उसकी आर्थिक धमकियों और व्यापार संबंधी गुप्त सूचनाएं तथा बौद्धिक संपदा चुराने समेत आर्थिक बेईमानी की निंदा की।
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