अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने कहा, कोरोना के खिलाफ भारत की मदद के लिए अमेरिका 24 घंटे करेगा काम
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत ने सोमवार को कहा कि वाशिंगटन कोविड-19 के मामलों में ‘‘भयावह’’ वृद्धि का सामना कर रहे भारत की मदद के लिए 24 घंटे काम करेगा और वह टीकों के लिए कच्ची सामग्री, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन उत्पादन आपूर्ति तथा टीकाकरण विस्तार के लिए वित्तीय सहायता सहित हर मदद उपलब्ध कराने पर काम कर रहा है।
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत ने सोमवार को कहा कि वाशिंगटन कोविड-19 (COVID-19) के मामलों में ‘‘भयावह’’ वृद्धि का सामना कर रहे भारत की मदद के लिए 24 घंटे काम करेगा और वह टीकों के लिए कच्ची सामग्री, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन उत्पादन आपूर्ति तथा टीकाकरण विस्तार के लिए वित्तीय सहायता सहित हर मदद उपलब्ध कराने पर काम कर रहा है.
राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने एक वर्चुअल संवाद में कहा, ‘‘मैं भारत में भयावह स्थिति के बारे में बताने के लिए एक मिनट लेना चाहती हूं। वहां कोविड-19 के मामलों में हाल में हुई वृद्धि काफी भयानक है। अमेरिका भारत के लोगों के साथ खड़ा है उन्होंने कहा कि भारत को टीकों के लिए कच्ची सामग्री, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन उत्पादन आपूर्ति, त्वरित जांच किट तथा टीकाकरण विस्तार के लिए वित्तीय सहायता सहित हर मदद उपलब्ध कराने के लिए अमेरिका वह सब कर रहा है जो वह कर सकता है. यह भी पढ़े: America: वैक्सीन के लिए भारत को कच्चे माल की आपूर्ति करेगा अमेरिका
ग्रीनफील्ड ने कहा, ‘‘हम अपने सहयोगी (भारत) की मदद करने के लिए 24 घंटे काम करेंगे।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति जो. बाइडन ने रविवार को एक एक ट्वीट में कहा था, ‘‘महामारी की शुरुआत में जब हमारे अस्पताल भरे थे और उस समय जिस तरह भारत ने अमेरिका को मदद भेजी थी, ठीक उसी तरह हम भी आवश्यकता की घड़ी में भारत की मदद करने के लिए कटिबद्ध हैं।’’