वाशिंगटन, पांच मई अमेरिका की एक सांसद ने भारत में कोविड-19 के मामलों में जबरदस्त वृद्धि को लेकर चिंता जताते हुए देश के राष्ट्रपति जो बाइडन को पत्र लिखकर भारत को मिल रही अमेरिकी मदद बढ़ाने का अनुरोध किया है।
वहीं, राष्ट्रपति बाइडन ने कहा है कि अमेरिका कोविड-19 के खिलाफ जंग में भारत की पूरी मदद कर रहा है।
राष्ट्रपति ने बताया कि यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएड) द्वारा वित्तपोषित अब तक छह विमान अमेरिका से भारत के लिए रवाना हो चुके हैं। इन विमानों में स्वास्थ्य सामग्री, ऑक्सीजन सिलेंडर, एन95 मास्क और अन्य जरूरी दवाएं हैं।
बाइडन ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ‘‘हम ब्राजील की मदद कर रहे हैं। हम भारत की भी प्रमुखता से मदद कर रहे हैं। मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत सामग्री और उन कलपुर्जों की है जिनसे टीका बनाने का काम हो सके। हम ये चीजें उन्हें भेज रहे हैं।’’
बाइडन ने कहा कि चार जुलाई तक अमेरिका एस्ट्राजेनेका टीके की 10 फीसदी खुराकें अन्य देशों को देने जा रहा है।
एस्ट्राजेनेका टीके का पूरी दुनिया में इस्तेमाल हो रहा है लेकिन इसे अमेरिका में अनुमति नहीं मिली है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत सरकार के अनुरोध पर इंडियन रेड क्रॉस को पहले ही यूएसएड कुछ सामग्री मुहैया करा चुका है।
राष्ट्रपति को लिखे पत्र में सांसद देबोराह रॉस ने कहा, ‘‘पिछले कुछ हफ्ते से मैं लोगों की दिक्कतों के बारे में सुन रही हूं जो भारत में अपने परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं। उन्हें लगता है कि स्वास्थ्य ढांचा चरमरा जाने के कारण संक्रमित होने पर उनके परिवार के लोगों को भी अस्पताल में भर्ती होने या ऑक्सीजन मिलने में दिक्कतें आ सकती है।’’
रॉस ने अपने पत्र में भारत को तत्काल 10 करोड़ डॉलर से ज्यादा के जरूरी चिकित्सकीय सामान की आपूर्ति करने के लिए बाइडन का शुक्रिया अदा किया।
रॉस ने बाइडन से कहा कि अगर मुमकिन हो अमेरिका के पास मौजूद टीके की अतिरिक्त खुराकें भारत को मुहैया कराई जाएं।
अमेरिका की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी समिति की अध्यक्ष सांसद एडी बर्नी ने अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू के साथ मंगलवार को डिजिटल बैठक की।
बर्नी ने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंध आज की हमारी कई बड़ी चुनौतियों से निपटने में अहम है। भारतीय राजदूत संधू से दोनों देशों के साझा मूल्यों एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में प्राथमिकताओं के बारे में बात कर अच्छा लगा।’’
सीनेटर गैरी पीटर्स ने भी ट्वीट कर कोविड-19 महामारी से निपटने में भारत की मदद के लिए राष्ट्रपति बाइडन की पहल की प्रशंसा की।
वहीं, कई शीर्ष डेमोक्रेटिक सांसदों ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में कोविड-19 टीका पेटेंट में अस्थायी छूट की भारत और दक्षिण अफ्रीका की मांग के समर्थन में ‘फ्री वैक्सीन कैम्पेन’ की शुरुआत की।
करीब 100 से अधिक डेमोक्रेटिक सांसदों, बड़ी संख्या में नीति निर्माताओं और अधिकार संस्थाओं ने मंगलवार को इस अभियान की शुरुआत की।
वर्जीनिया से भारतवंशी अमेरिकी नेता करिश्मा मेहता ने ट्वीट किया, ‘‘कोविड-19 प्रतिदिन 3,000 लोगों और हर घंटे 120 भारतीयों की जान ले रहा है। मैं उन सभी संस्थाओं और लोगों का समर्थन करती हूं जो मुफ्त में लोगों के लिए टीके की मांग कर रहे हैं।’’
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