वाशिंगटन, आठ अप्रैल अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने बृहस्पतिवार को कहा कि स्वतंत्र एवं मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए साझा मूल्य और दृष्टिकोण से बंधे अमेरिका और भारत द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय करना जारी रखेंगें।
पेंटागन ने 11 अप्रैल को होने वाले ‘टू प्लस टू’, चौथे मंत्रिस्तरीय बातचीत, से पहले यह बयान दिया है। इस बातचीत में रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन तथा विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर की मेजबानी करेंगे।
पेंटागन ने कहा, ‘‘ साझा मूल्यों और एक स्वतंत्र एवं मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए एक साझा दृष्टिकोण से बंधे अमेरिका और भारत द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय करना जारी रखेंगें।’’
पेंटागन ने कहा कि 2018 में अपनी शुरुआत के बाद से ‘टू प्लस टू’ ने अमेरिका और भारत के बीच एक उन्नत, व्यापक रक्षा साझेदारी को सुनिश्चित किया, जो 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है।
उसने कहा कि इस वर्ष की ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता..रक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहयोग, जलवायु, जन स्वास्थ्य और लोगों से लोगों के बीच सम्पर्क सहित विभिन्न विषयों पर साझेदारी को विस्तार देगी।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना का यह 75वां वर्ष है और दोहराया कि अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने में अमेरिका-भारत व्यापक तथा वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के महत्व की पुष्टि करेंगे।
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