अफ्रीकी संघ आयोग के प्रमुख मुसा फाकी महामत ने फ्लॉयड की हत्या की निंदा की थी और शुक्रवार को कहा था कि आयोग ‘‘अमेरिका के अश्वेत नागरिकों के खिलाफ भेदभावपूर्ण व्यवहार’’ को अस्वीकार करता है।
कई अफ्रीकी लोगों ने इस घटना पर निराशा व्यक्त की है।
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इस बीच कुछ अमेरिकी दूतों ने भी घटना की निंदा की हे।
कांगो में अमेरिका के राजदूत माइक हैमर ने फ्लॉयड की हत्या की निंदा करने वाले एक ट्वीट के जवाब में कहा, ‘‘मैं मिनीपोलिस में जॉर्ज फ्लॉयड की त्रासद मौत से बहुत दु:खी हूं। न्याय विभाग प्राथमिकता के साथ समग्र आपराधिक जांच कर रहा है। दुनिया भर में सुरक्षा बलों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।’’
केन्या और युगांडा में भी अमेरिकी दूतावासों ने इसी प्रकार के बयान ट्वीट किए। तंजानिया और केन्या ने जांच पर मिनेसोटा में न्याय विभाग का संयुक्त बयान ट्वीट किया।
अफ्रीकी अधिकारियों ने पिछले महीने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच ग्वांगझू में अफ्रीकी लोगों के साथ भेदभाव को लेकर चीन की आलोचना की थी। उस समय बीजिंग में अमेरिका के दूतावास ने भी इसकी आलोचना करते हुए अफ्रीकी मूल के लोगों के लिए सुरक्षा अलर्ट जारी किया था।
इस बार फ्लॉयड की हत्या पर चीन के सरकारी समाचार पत्र ‘चाइना डेली’ ने ‘जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या की गई’ और ‘अश्वेत का जीवन महत्वपूर्ण है’ हैशटैग के साथ मिनीपोलिस का वीडियो साझा किया है।
उल्लेखनीय है कि मिनीपोलिस में इस सप्ताह तब प्रदर्शन भड़क उठे, जब एक वीडियो में एक पुलिस अधिकारी को घुटने से फ्लॉयड की गर्दन दबाते हुए देखा गया। फ्लॉयड की बाद में चोटों के कारण मौत हो गई। श्वेत अधिकारी डेरेक चाउविन को गिरफ्तार कर लिया गया तथा उस पर शुक्रवार को ‘थर्ड डिग्री’ हत्या और मानव वध का आरोप लगाया गया।
चाउविन के साथ ही उन तीन अन्य अधिकारियों को भी बर्खास्त कर दिया गया, जो घटनास्थल पर मौजूद थे।
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