नयी दिल्ली, 27 मार्च संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरूआत से ही राज्यसभा में जारी गतिरोध सोमवार को भी जारी रहा और अलग-अलग मुद्दों पर सत्तापक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन की बैठक शुरू होने के मात्र एक मिनट के भीतर ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
उच्च सदन की बैठक शुरू होते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया जिसकी वजह से आवश्यक दस्तावेज भी सदन के पटल पर नहीं रखवाए जा सके।
सभापति जगदीप धनखड़ के अपने आसन पर बैठते ही विपक्ष के सदस्यों ने अडाणी मुद्दे से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा कराने की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। उनका विरोध करते हुए सत्ता पक्ष के सदस्य भी अपने स्थानों पर खड़े देखे गए।
कांग्रेस और कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने काले कपड़े पहने हुए थे। अडाणी समूह के बारे में हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग कर रहे ये सदस्य ‘‘मोदी अडाणी भाई भाई’’ के नारे लगा रहे थे।
धनखड़ ने सदस्यों से शांत रहने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। लेकिन सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने मात्र एक मिनट के भीतर ही बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में उच्च सदन में एक दिन भी प्रश्नकाल एवं शून्यकाल नहीं नहीं चल सका।
मनीषा अविनाश माधव
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