बदायूं, 20 नवंबर उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के मूसाझाग थाना क्षेत्र में विश्व हिंदू सेवा दल की जिला इकाई के अध्यक्ष व हिंदूवादी नेता प्रदीप कश्यप की हत्या के मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने थाना मूसाझाग के प्रभारी एवं संबंधित क्षेत्र के उपनिरीक्षक को लाइन हाजिर (पुलिस लाइन से संबद्ध) करते हुए जांच के निर्देश दिए हैं।
बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने रविवार को बताया कि मूसाझाग थाना क्षेत्र के तहत आने वाले गिधौल गांव में विश्व हिंदू सेवा दल के जिलाध्यक्ष प्रदीप कश्यप (30) की मौत मामले में प्रथम दृष्टया शिथिलता पाए जाने पर प्रभारी निरीक्षक मूसाझाग राजेश कुमार और हल्का उपनिरीक्षक चंद्र पाल सिंह को लाइन हाजिर करते हुए विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि राशन कोटे को लेकर दो पक्षों में हुए विवाद का समझौता कराने पहुंचे प्रदीप कश्यप की शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को गांव से लौटते समय हत्या कर दी गई थी।
परिजनों ने पुलिस पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा था कि चार दिन पूर्व ही मृतक थाने में अपनी हत्या की आशंका को लेकर प्रार्थना पत्र देकर आया था और पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस ने थोड़ी सी भी गंभीरता दिखाई होती तो प्रदीप की हत्या नहीं हुई होती।
परिजनों द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर के आधार पर सूत्रों ने बताया कि मूसाझाग थाना क्षेत्र के गिधौल गांव निवासी कश्यप ने अनियमितताओं को लेकर गांव के कोटेदार की हाल ही में मुख्यमंत्री समेत अन्य अधिकारियों से शिकायत की थी और इसी बात को लेकर कोटेदार से उनकी रंजिश थी।
बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. ओ पी सिंह ने बताया कि कश्यप के शव के पास उनका चौपहिया वाहन एवं एक तमंचा भी मिला है। उन्होंने बताया कि परिजनों ने गांव के कोटेदार धीरेंद्र पर हत्या का शक जाहिर किया है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)