
लखनऊ, 28 मार्च उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को रमजान के आखिरी जुमे की नमाज (अलविदा की नमाज) मस्जिदों में शांतिपूर्वक अदा की गई। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
अलविदा की नमाज को लेकर पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी थी। हर जिले के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किये गए थे।
उप्र के पुलिस प्रमुख प्रशांत कुमार ने भी लखनऊ स्थित राज्य पुलिस मुख्यालय से सभी जिलों में स्थिति पर नजर रखी।
लखनऊ में अलविदा की नमाज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गयी। किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
संभल में भी अलविदा की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गयी। संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने पत्रकारों से बातचीत में नमाज के शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने का श्रेय जनता को दिया।
उन्होंने कहा कि शांति समिति के सदस्यों ने स्वयंसेवकों को तैनात किया था, जिन्होंने पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर सुनिश्चित किया कि नमाज शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से अदा की जाए।
मेरठ में अलविदा जुमा की नमाज़ के दौरान नमाज़ियों ने काली पट्टियां पहनीं । शाही जामा मस्जिद में बड़ी संख्या में नमाज़ियों के एकत्र होने के साथ ही शांतिपूर्वक नमाज़ संपन्न हुई। सुरक्षा के लिए मस्जिद के चारों ओर भारी पुलिस बल और आरएएफ के जवानों को तैनात किया गया था।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के आह्वान पर कई नमाज़ियों ने काली पट्टियाँ पहनकर नमाज़ पढ़ी। पुलिस अधिकारियों ने उनसे पट्टियाँ हटाने का अनुरोध किया, जिसके कारण अधिकारियों और कुछ श्रद्धालुओं के बीच मामूली बहस हुई।
शहर के पुलिस अधीक्षक नगर आयुष विक्रम सिंह ने पुष्टि की कि नमाज़ शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई, शहर के किसी भी हिस्से से तनाव या किसी घटना की कोई रिपोर्ट नहीं है।
पत्रकारों से बातचीत में कारी शफीकुर्रहमान ने ईद की नमाज़ पर प्रतिबंधों पर चिंता जताई, उन्होंने सवाल उठाया कि सड़कों पर कुछ मिनटों की नमाज़ का विरोध क्यों किया जा रहा है, जबकि महाकुंभ के दौरान बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने से यातायात में काफी व्यवधान उत्पन्न हुआ था। उन्होंने यह भी बताया कि अधिकारियों ने नमाज़ संबंधी प्रतिबंधों का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई और पासपोर्ट जब्त करने की चेतावनी दी थी।
कारी शफीकुर्रहमान ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा,‘‘ महाकुंभ के दौरान भारी भीड़ में कई जगह आवागमन बाधित रहा कई मार्ग बंद रहे। वहीं ईद पर हमें कुछ मिनटों के लिए सड़क पर नमाज पढ़ने से रोका जा रहा है। मुकदमा और पासपोर्ट जब्त करने की चेतावनी दी जा रही है।’’
शहर काजी डॉ. जैनुस सालिकिन ने इस बात पर जोर दिया कि इस्लाम इबादत और अच्छे आचरण दोनों को बढ़ावा देता है, उन्होंने कहा, "यही कारण है कि हमारे पैगंबर मुहम्मद को दुनिया की सबसे प्रभावशाली हस्तियों में सबसे महान माना जाता है।"
फर्रुखाबाद जिले में भी कुछ नमाजियों ने नमाज़ के दौरान काली पट्टी बांधी।
अमेठी में कड़ी सुरक्षा के बीच जिलेभर की 367 मस्जिदों में शुक्रवार की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गयी।
पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी के जरिए नजर रखी गई थी और अमेठी, जगदीशपुर और जायस में जामा मस्जिद समेत प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए।
कौशिक ने कहा कि पूरे जिले में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। मिर्जापुर में भी अलविदा की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न हुई। अपर पुलिस अधीक्षक नितेश कुमार ने बताया कि जिले में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
उन्होंने बताया कि जिले की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक इमामबाड़ा में नमाजियों की संख्या सामान्य दिनों जैसी ही रही।
मस्जिद में नमाज दोपहर 12:30 बजे शुरू हुई। अधिकारी ने बताया कि मस्जिद के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी। मथुरा जिले में शुक्रवार को जुमा अलविदा की नमाज सकुशल व शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक- उप महानिरीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि आज जिले में जुमा अलविदा की नमाज बड़े ही शांतिपूर्ण ढंग से सकुशल संपन्न हुई।
उन्होंने बताया कि शाही ईदगाह पर नमाज को सकुशल व शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न कराया गया। इस बीच वे स्वयं एवं जिले का पूरा अमला अपने-अपने यहां भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेता रहा।
उन्होंने बताया कि शहर में श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर स्थित शाही ईदगाह पर पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था में नमाज अदा की गई। इस मौके पर भारी संख्या में पुलिस व पीएसी बल के जवानों को तैनात किया गया था।
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