UP Shocker: बेचने के लिये शिमला ले जायी जा रही किशोरी मुक्‍त कराई गई, दो गिरफ्तार
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo : File)

बहराइच (उप्र), 22 फरवरी : बहराइच जिले में नेपाल के सीमावर्ती रूपईडीहा चेकपोस्ट पर, लालच देकर बेचने के इरादे से शिमला ले जायी जा रही 17 वर्षीय एक नेपाली लड़की को संदिग्ध मानव तस्कर गिरोह के दो सदस्‍यों के कब्जे से मुक्‍त करा लिया गया. दोनों आरोपियों को नेपाल पुलिस के हवाले कर दिया गया है. सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के उप सेनानायक दिलीप कुमार ने बृहस्‍पतिवार को संवाददाताओं को बताया कि बुधवार की शाम नेपाल के सीमावर्ती रूपईडीहा चेकपोस्ट पर तैनात सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने नेपाल से भारत आ रहे मोटर साइकिल सवार नेपाल निवासी दो युवकों शशि राम खत्री और सुरेन्द्र दर्जी तथा उनके साथ बैठी एक नेपाली किशोरी को शक के आधार पर रोककर उनसे पूछताछ की थी.

कुमार के मुताबिक, पूछताछ में नेपाली युवकों ने बताया कि शशिराम खत्री और बरामद किशोरी पति-पत्नी हैं और सुरेन्द्र दर्जी शशिराम का दोस्त है. वे तीनों शिमला में एक साथ नौकरी करते हैं और वहीं जा रहे हैं. उन्‍होंने बताया कि मानव तस्‍करी रोधी इकाई और मानव तस्करी रोकने के लिये काम कर रहे एक स्वैच्छिक संगठन (एनजीओ) के कार्यकर्ताओं ने जब तीनों से गहन पूछताछ की तो लड़की ने बताया कि उसका शशिराम खत्री से एक साल पूर्व फेसबुक के जरिये संपर्क हुआ था. यह भी पढ़ें : केरल में नाबालिग छात्रा से छेड़छाड़ के आरोप में कराटे प्रशिक्षक गिरफ्तार

कुमार ने बताया कि जांच में पता लगा है कि शशिराम और उसका दोस्त सुरेन्द्र लड़की को बेहतर रहन सहन और धन का लालच देकर बेचने के लिये शिमला लेकर जा रहे थे. वहां किसी खरीदार से धन लेकर उससे लड़की की शादी करायी जानी थी. हालांकि लड़की के परिजन को यह बात मालूम नहीं है. उपसेनानायक ने बताया कि एनजीओ के लोगों ने नेपाल पुलिस को सीमा पर बुलाकर इसे मानव तस्करी का संदिग्‍ध मामला बताया, जिसके बाद किशोरी को एनजीओ द्वारा संचालित नेपाल के शांति पुनर्स्थापना गृह के सुपुर्द कर दिया है. पकड़े गये दोनों संदिग्ध नेपाली युवकों को नेपाल पुलिस के हवाले कर दिया गया है.