जम्मू, 19 अगस्त जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को विश्वविद्यालयों को सलाह दी कि वे नयी प्रौद्योगिकियों के साथ तालमेल बिठाने के लिए खुद में बदलाव लाएं और सुधार करें तथा विद्यार्थियों को अज्ञात भविष्य में सफल होने में मदद करें।
कटरा में श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के 20वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कहा, ‘‘ यह सही वक्त है कि हम इस बात को अहसास करें कि जिस पारंपरिक शिक्षण प्रक्रिया और शिक्षा को हमने दशकों से जाना है, उनका अस्तित्व भविष्य में नहीं रहेगा।’’
उपराज्यपाल ने इस मौके पर 70 करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी।
नयी प्रौद्योगिकियों के सामने आने तथा समाज पर उसके असर की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कृत्रिम मेधा के अत्याधुनिक उपकरण और नयी प्रौद्योगिकियों के विस्फोट से सामाजिक समानता आई है।
उन्होंने कहा, ‘‘ जिस तरह हम बेहतर दुनिया के लिए ज्ञान एकत्र करते हैं, उसका प्रसंस्करण और उपयोग करते हैं, उसका तौर तरीका बदल रहा है। यह बदलाव हर व्यक्ति के आगे बढ़ने एवं तरक्की करने के लिए विपुल अवसर भी प्रदान करता है।’’
उन्होंने विश्वविद्यालयों को बदलावों के अनुसार खुद को ढालने, बदलाव लाने और सुधार करने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी आधारित विश्व में शिक्षा में जरूरी बदलाव से विद्यार्थी पारंपरिक अकादमिक सामग्री, विविध पारंपरिक पाठ्यक्रमों से मुक्त होंगे और अज्ञात भविष्य में सफल होने के लिए जरूरी कौशल एवं योग्यता से लैस होने के लिए उन्हें प्रशिक्षण मिलेगा।
उपराज्यपाल ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती विद्यार्थियों को उन नौकरियों के लिए तैयार करना है जो अभी तक मौजूद नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को ऐसा कौशल प्रदान करने की आवश्यकता है जो प्रासंगिक बने रहें और परिवर्तन की बढ़ती गति के पूरक हों।
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