रायपुर, 20 अगस्त कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र सरकार ने देश में असंगठित अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाने का काम किया है, इसलिए आने वाले समय में लोगों को बड़ी संख्या में बेरोजगारी का सामना करना पड़ेगा।
गांधी ने राज्य के 22 जिला मुख्यालयों में बनाए जा रहे कांग्रेस कार्यालय ‘राजीव भवन’ के शिलान्यास कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से संबोधित किया।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर हुए इस कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हिंदुस्तान में दो तरह की अर्थव्यवस्था है। एक संगठित अर्थव्यवस्था जिसमें बड़ी-बड़ी कंपनियां शामिल हैं। दूसरी असंगठित अर्थव्यवस्था जिसमें किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार, छोटे-मझोले उद्योग और लाखों, करोड़ों गरीब लोग हैं। जहां भी कांग्रेस की सरकार होती है हम इन दोनों अर्थव्यवस्थाओं में संतुलन बनाने का काम करते हैं।’’
उन्होंने कहा कि इसमें संतुलन की इसलिए जरूरत है क्योंकि यह हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था के ‘शॉक आब्जर्वर’ का काम करता है। कभी भी मंदी आ जाए या किसी भी प्रकार से परेशानी आ जाए तब असंगठित अर्थव्यवस्था उसे संभाल लेती है। लेकिन पिछले छह वर्षों के दौरान केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इस असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण किया है क्योंकि इस असंगठित अर्थव्यवस्था में पैसा है और नरेंद्र मोदी उस पैसे को बड़े उद्योगों के हवाले करना चाहते हैं।
गांधी ने कहा, ‘‘असंगठित अर्थव्यवस्था पर सबसे पहला आक्रमण प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नोटबंदी करके किया गया। लोगों से बैंक में पैसा जमा कराया गया और उस पैसे से उन्होंने अपने 10—15 मित्रों का कर्ज माफ करने का काम किया। उसके बाद गलत जीएसटी लाया गया। यह भी असंगठित अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का तरीका है। इसके बाद कोरोना वायरस संक्रमण का दौर आया तब बिना कोई नोटिस के नरेंद्र मोदी जी ने पूरा देश बंद कर दिया। इसके पीछे सोच हमारी असंगठित अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाना था।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि हमने केंद्र सरकार से कहा था कि छोटे दुकानदारों और छोटे उद्योगों को पैसा दीजिए। यदि इन्हें पैसा नहीं दिया गया तब हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था नहीं बचेगी। लेकिन नरेंद्र मोदी ने इन्हें पैसा नहीं दिया और लाखों करोड़ों रुपये वही 15—20 लोगों को दिया गया।
राहुल गांधी ने कहा कि देश में 90 फीसदी रोजगार असंगठित अर्थव्यवस्था से आते हैं। इस सिस्टम को नरेंद्र मोदी ने खत्म कर दिया है। जब विश्व की अर्थव्यवस्था गिरेगी तब एक के बाद एक कंपनियां गिरेंगी तथा छोटे-मझोले उद्योग और किसान पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे। यह देश युवाओं को रोजगार नहीं दे पाएगा। यह देश में पहली बार होगा।
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मैं यह नहीं कह रहा कि संगठित अर्थव्यवस्था पर हमें आक्रमण करना है। मैं कह रहा हूं कि हिंदुस्तान को संगठित अर्थव्यवस्था और असंगठित अर्थव्यवस्था के बीच संतुलन बनाना पड़ेगा अगर यह संतुलन बिगड़ गया तो अर्थव्यवस्था को नुकसान होने वाला है। नरेंद्र मोदी जी ने इस संतुलन को तोड़ दिया है, हमारा काम इस संतुलन को फिर से बनाने का है। एक तरफ हमें भोजन का अधिकार, मनरेगा और किसानों को पैसे देने की योजना शामिल करना है, दूसरी तरफ विकास करना है। यह हमारी जिम्मेदारी है।’’
उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि जहां भी भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोग एक हिंदुस्तानी को दूसरे हिंदुस्तानी से लड़ाते हैं, जहां भी ये लोग नफरत फैलाते हैं, वहां कांग्रेस पार्टी के सिपाही को खड़ा होकर लोगों को जोड़ने का काम करना है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको बधाई देना चाहता हूं कि आप कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के लिए लड़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ की सरकार और सब मिलकर इस संतुलन को बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं, गरीबों की कमजोर लोगों की रक्षा कर रहे हैं।’’
गांधी ने कहा कि जिलों में बनने वाला भवन केवल कांग्रेस पार्टी का भवन नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ की जनता का भवन हो।
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