नयी दिल्ली, 30 दिसंबर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने निवासियों से 'आधार' का इस्तेमाल करते समय सजगता बरतने का अनुरोध करते हुए कहा है कि लोगों को बैंक खाता, पैन या पासपोर्ट जैसे दूसरे पहचान निर्धारण दस्तावेजों की तरह आधार के इस्तेमाल में भी ध्यान रखना चाहिए।
आधार क्रमांक जारी करने वाले निकाय यूआईडीएआई ने कहा है कि देश के निवासियों को अपना आधार कार्ड या उसकी प्रतियों को इधर-उधर नहीं छोड़ना चाहिए। इसके अलावा उन्हें सोशल मीडिया एवं अन्य सार्वजनिक मंचों पर अपना आधार क्रमांक भी साझा करने से परहेज करना चाहिए।
इसके साथ ही प्राधिकरण ने कहा है कि आधार क्रमांक का इस्तेमाल करने पर मोबाइल फोन पर आने वाले आधार-ओटीपी की जानकारी किसी भी अनधिकृत व्यक्ति को नहीं देनी चाहिए। इसके अलावा उन्हें एम-आधार का पिन नंबर भी दूसरों को नहीं बताना चाहिए।
यूआईडीएआई ने अपने परामर्श में कहा है कि, "आप लाभ उठाने एवं सेवाओं के लिए अपनी पसंद से आधार का इ्स्तेमाल विश्वास के साथ करें। लेकिन इसके इस्तेमाल में कुछ उसी तरह की सजगता बरतें जैसा आप बैंक खाता, पैन या पासपोर्ट जैसे अन्य पहचान प्रमाणों के साथ करते हैं।"
प्राधिकरण उन निवासियों को 'वर्चुअल आइडेंटिफायर' के सृजन की सुविधा भी देता है जो अपना आधार क्रमांक किसी को नहीं बताना चाहते हैं। इसके अलावा आधार को लॉक करने की सुविधा भी दी जाती है।
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