मुंबई, 27 मई महाराष्ट्र में हालिया राजनीतिक गतिविधियों की पृष्ठभूमि में और लॉकडाउन का चौथा चरण समाप्त होने से कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की।
उप मुख्यमंत्री अजित पवार, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट, जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल, परिवहन मंत्री अनिल परब और अन्य नेताओं ने बैठक में भाग लिया।
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में भाजपा के एक शिष्टमंडल की पिछले दिनों राज्यपाल बी एस कोश्यारी से मुलाकात के बाद प्रदेश में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। भाजपा के शिष्टमंडल ने कोविड-19 संकट से निपटने में सरकार की विफलता की शिकायत राज्यपाल से की थी।
सोमवार को भाजपा सांसद नारायण राणे ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की और सत्तारूढ़ गठबंधन के कोरोना वायरस के हालात से निपट नहीं पाने पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
एमवीए ने मंगलवार को विपक्षी पार्टी पर राज्य सरकार को अस्थिर करने का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि संख्याबल उसके पक्ष में है। सत्तारूढ़ गठबंधन ने यह भी कहा कि सरकार मजबूत और स्थिर है।
फडणवीस ने बाद में कहा था कि भाजपा की राज्य में सरकार बनाने में दिलचस्पी नहीं है और वह चाहती है कि कोविड-19 के संकट से प्रभावी तरीके से निपटा जाए।
देश में कोविड-19 के सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र में हैं।
इस समय लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है जो 31 मई को समाप्त होगा।
राज्य के मुख्य सचिव अजय मेहता ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा था कि सरकार लॉकडाउन में बहुत ही क्रमिक तरीके से ढील देगी।
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