देश की खबरें | श्रीनगर में दो शिक्षकों की गोली मारकर हत्या

श्रीनगर, सात अक्टूबर जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर बढ़े हमलों के बीच श्रीनगर के ईदगाह इलाके में बृहस्पतिवार को आतंकवादियों ने एक महिला समेत सरकारी विद्यालय के दो शिक्षकों की गोली मार कर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी।

शिक्षकों की हत्या की व्यापक तौर पर निंदा की जा रही है। पिछले पांच दिनों के भीतर घाटी में सात नागरिकों की हत्या की जा चुकी है और इनमें चार अल्पसंख्यक समुदाय से थे।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे आंतकवादियों ने श्रीनगर जिले के संगम ईदगाह इलाके में दो शिक्षकों की गोली मारकर हत्या कर दी।’’ उन्होंने बताया कि मृतकों में से एक महिला है।

मृतकों की पहचान शहर के अलूची बाग की निवासी सुपिंदर कौर और जम्मू के निवासी दीपक चंद के रूप में हुई है। ये दोनों संगम इलाके में गवर्नमेंट ब्वॉयज स्कूल में शिक्षक थे। दो शिक्षकों की हत्या के बाद घाटी में पांच दिनों में मारे गए आम नागरिकों की संख्या सात पहुंच गई है, जिनमें से छह की हत्या शहर में हुई है। शनिवार को आतंकवादियों ने श्रीनगर के चट्टाबल के रहने वाले माजिद अहमद गोजरी की हत्या करण नगर में कर दी थी। शनिवार को ही रात में एक अन्य नागरिक मोहम्मद शफी डार को एस डी कालोनी बटमालू में गोली मारी गई, जिसमें वह घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई।

मंगलवार को श्रीनगर के मशहूर दवा दुकान के मालिक माखन लाल बिंदरू समेत तीन नागरिकों की हत्या कर दी गई। दो घंटे के भीतर श्रीनगर और बांदीपोरा में अलग-अलग घटनाओं में इन वारदातों को अंजाम दिया था। बिंदरू मेडिकेट के मालिक बिंदरू को उनकी फार्मेसी में हमलावरों ने बेहद करीब से गोली मारी।

इसके एक घंटे के भीतर आतंकवादियों ने हवल इलाके में एक रेहड़ी-पटरीवाले को बेहद करीब से गोली मारी, जिसमें उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान वीरेंद्र के रूप में हुई है और वह भेलपुरी बेचता था। दूसरी हत्या के कुछ मिनट के भीतर ही आतंकवादियों ने उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के नाइदखाई में मोहम्मद शफी लोन की गोली मारकर हत्या कर दी।

इसी बीच राजनीतिक पार्टियों ने दो शिक्षकों की हत्या की निंदा की है। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ श्रीनगर से फिर स्तब्ध कर देने वाली खबर आ रही है। निशाना बनाकर इस बार शहर के ईदगाह इलाके में दो शिक्षकों की हत्या कर दी गई। आतंक के इस अमानवीय कृत्य की सिर्फ निंदा करना काफी नहीं है। मैं मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।’’

पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ‘नया कश्मीर बनाने’ के केंद्र के दावे ने वास्तव में इसे नर्क में बदल दिया।

उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि कश्मीर में हालात को खराब होते देखना बेहद बुरा है, जहां अब अल्पसंख्यको निशाना बनाया जा रहा। भारत सरकार ने नया कश्मीर बनाने का दावा किया था लेकिन वास्तव में इसे नर्क में बदल दिया। केंद्र सरकार की मंशा कश्मीर को सिर्फ चुनावी हित के लिए इस्तेमाल करना है।

पीपल्स कांफ्रेस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने कहा कि यह समझना जरूरी है कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता। लोन ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ कायरता की खबरें आ रही हैं। दो शिक्षकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह समझना जरूरी है कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता। मुसलमानों की भी हत्या की गई है। मेरे परिवार में भी एक हत्या हुई थी। यह पागलपन है जो कि कश्मीर के लिए अभिशाप है। अल्लाह, हमें ऐसे अभिशाप से मुक्ति दे।’’

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जम्मू-कश्मीर के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने इस हत्या की निंदा करते हुए कहा कि निहत्थे शिक्षकों की हत्या ‘शुद्ध रूप से अमानवीय कृत्य और कुंठा का नतीजा है’, क्योंकि इन शिक्षकों का राजनीति से कोई वास्ता तक नहीं था। ठाकुर ने कहा, ‘ ‘ दो शिक्षक मारे गए उनका कोई धर्म नहीं था। ये शिक्षक विद्यार्थियों को शिक्षा दे रहे थे, उनकी क्या गलती थी।’’

भाजपा के प्रवक्ता ने मारे गए शिक्षकों के परिवार के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा कि निहत्थे नागरिकों की हत्या को किसी भी धर्म में जायज नहीं ठहराया जा सकता है। उन्होंने शिक्षकों समेत निर्दोष नागरिकों की हत्या में लिप्त समूह की गिरफ्तारी की मांग की।

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