देश की खबरें | जेएनयू रेक्टर एके दुबे विश्वविद्यालय के पते से चला रहे दो एनजीओ: शिक्षकों का आरोप

नयी दिल्ली, 14 अगस्त जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के शिक्षकों के एक वर्ग ने आरोप लगाया है कि रेक्टर अजय कुमार दुबे विश्वविद्यालय के पते से नियमों का उल्लंघन कर कथित तौर पर दो गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) चला रहे हैं।

हालांकि, दुबे ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है।

'अव्वयार संवाद फोरम' (एएसएफ) नामक शिक्षकों का एक वर्ग दुबे द्वारा संचालित दोनों एनजीओ से संबंधित कथित दस्तावेज संकाय सदस्यों के बीच व्हाट्सऐप के माध्यम से प्रसारित कर रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि दुबे विभिन्न दिशानिर्देशों का उल्लंघन कर रहे हैं।

पिछले महीने संकाय सदस्यों के बीच प्रसारित अपने बुलेटिन में एएसएफ ने दावा किया था कि दुबे ने ''वित्तीय कुप्रबंधन'' किया और ''व्यक्तिगत और व्यावसायिक लाभ के लिए अपनी शक्ति और स्थिति का दुरुपयोग किया''।

शिक्षकों के संगठन ने आरोप लगाया कि जेएनयू के पते पर दो एनजीओ पंजीकृत हैं।

शिक्षकों ने दावा किया कि दुबे दोनों संगठनों में से एक के अध्यक्ष जबकि दूसरे के सचिव हैं।

एएसएफ ने दावा किया है कि ऑर्गेनाइजेशन फॉर डायस्पोरा इनिशिएटिव्स (ओडीआई) और अफ्रीकन स्टडीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएसएआई) दो गैर-सरकारी संगठन हैं जिनका आधिकारिक पता जेएनयू परिसर है।

एएसएफ के अनुसार, ''ओडीआई एनजीओ के पंजीकरण का पता'' पांच-दक्षिणपुरम, जेएनयू, नयी दिल्ली है, जो जेएनयू की एक आवासीय संपत्ति है। इसे दुबे को रहने के लिए आवंटित किया गया है... दुबे इसके अध्यक्ष हैं। दूसरा एनजीओ स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के कार्यालय से ही चल रहा है, जिसमें दुबे सचिव हैं।’’

एएसएफ ने अपने बुलेटिन में कहा, ''जहां तक हमारी जानकारी है जेएनयू किसी एनजीओ को कार्यालय की जगह नहीं देता है।''

हालांकि, दुबे ने कहा कि उन्हें एएसएफ के बारे में पता नहीं था।

उन्होंने कहा कि दोनों संगठनों ने प्रतिष्ठित पत्रिकाएं प्रकाशित की हैं और वह जेएनयू में पंजीकृत नहीं हैं।

दुबे ने 'पीटीआई-' से कहा, ''जेएनयू परिसर का बहुत अधिक राजनीतिकरण किया गया है और बतौर प्राधिकरण आपको भी आरोपों का सामना करना पड़ सकता है।''

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