अगरतला, दो जनवरी त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बृहस्पतिवार को राजधानी के बाहरी क्षेत्र में 13 दिवसीय अगरतला पुस्तक मेले का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोगों से ‘सामाजिक आयोजनों के दौरान गुलदस्ते देने के बजाय किताबें भेंट करने’ का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, “अगर हम इस चलन को विकसित करते हैं तो यह न केवल लोगों को किताबें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा बल्कि लेखकों, प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं के लिए आर्थिक रूप से भी मददगार होगा।”
उन्होंने कहा, “मेले में भाग लेने वालों की संख्या और बिक्री से होने वाली आय में हर साल वृद्धि हो रही है। इसका मतलब है कि लोग किताबें खरीद रहे हैं, जो समाज के लिए एक अच्छा संकेत है।”
साहा ने कहा, “राज्य सरकार लोगों को किताबें पढ़ने की आदत विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है, जिन्हें ज्ञान का स्रोत माना जाता है।”
मुख्यमंत्री ने पुस्तक मेले को फरवरी-मार्च के बजाये जनवरी में आयोजित करने का कारण भी बताया।
उन्होंने कहा, “हमने विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए मेले का आयोजन समय से पहले ही कर दिया है। फरवरी और मार्च के दौरान विद्यार्थी परीक्षाओं में व्यस्त रहते हैं। अब मेला आयोजित करने से उन्हें मेले में आने और पुस्तकें खरीदने का उचित अवसर मिलेगा।”
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)