कोलकाता, 24 जनवरी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायक आशीष बनर्जी को मंगलवार को उस समय विरोध का सामना करना पड़ा जब वह सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यक्रम 'दीदिर दूत' (ममता बनर्जी के संदेशवाहक) के तहत बीरभूम जिले के एक गांव के दौरे पर गए थे।
पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले पंचायत चुनाव के मद्देनजर लोगों से संपर्क मजबूत करने के लिए तृणमूल की ओर से 'दीदिर दूत' नामक जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है।
रामपुरहाट से विधायक आशीष बनर्जी का कुछ लोगों ने विरोध किया था। इन लोगों ने दावा किया कि वे मोहम्मद बाजार इलाके के रहने वाले हैं।
मोहम्मद बाजार क्षेत्र के ग्रामीणों ने दावा किया कि तृणमूल विधायक को लंबे समय तक क्षेत्र में नहीं देखा गया है। लोगों ने उन्हें ‘‘धूमकेतु’’ कहकर कटाक्ष किया।
लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में वर्षों से जर्जर सड़कों की मरम्मत के लिए कोई काम नहीं किया गया है।
तृणमूल नेतृत्व ने पार्टी नेताओं और ग्रामीणों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए 'दीदिर दूत' नामक जनसंपर्क अभियान कार्यक्रम तैयार किया है।
आशीष बनर्जी ने बाद में कहा कि वह कार्यक्रम के तहत गांवों का दौरा कर रहे हैं ताकि लोगों की शिकायतों के बारे में जाना जा सके और इसे कम करने के लिए उचित अधिकारियों को सूचित किया जा सके।
गौरतलब है कि तृणमूल के मंत्रियों, सांसदों और विधायकों सहित पार्टी नेताओं को पंचायत नेतृत्व के खिलाफ विरोध और शिकायतों का सामना करना पड़ा है, जो ज्यादातर सत्ताधारी दल से संबंधित हैं।
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