देश की खबरें | तृणमूल, माकपा ने त्रिपुरा निकाय चुनाव रद्द करने की मांग की, भारी धांधली होने का आरोप लगाया

अगरतला, 25 नवंबर त्रिपुरा में विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और तृणमूल कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को हुए नगर निकाय चुनावों में भारी धांधली होने का आरोप लगाया तथा चुनाव रद्द करने की मांग की।

राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, त्रिपुरा के 14 नगर निकायों के चुनाव में शाम चार बजे तक करीब 4.93 लाख मतदाताओं में से 75.04 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने यह भी कहा कि मतदान वाले क्षेत्रों से किसी भी तरह की गड़बड़ी या वोटिंग मशीन से संबंधित किसी समस्या की सूचना नहीं है।

हालांकि, दोनों विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि ''भाजपा-आश्रित गुंडों'' ने उनके नेताओं पर हमले किए तथा लोगों को वोट डालने से रोका गया। तृणमूल नेता सुबल भौमिक ने अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ यहां धरना दिया। उन्होंने राज्य चुनाव आयोग पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का पक्ष लेने का आरोप लगाया।

उन्होंने पूरे चुनाव को रद्द किए जाने की मांग की और दावा किया कि मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया।

त्रिपुरा वाम मोर्चा के संयोजक नारायण कार ने दावा किया कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बावजूद सुरक्षा बलों को उचित तरीके से तैनात नहीं किया गया था। वाम मोर्चा ने अगरतला नगर निगम और चार नगर परिषदों में नए सिरे से चुनाव की मांग की।

नारायण ने कहा, ''राज्य चुनाव आयोग और पुलिस ने सत्ताधारी पार्टी के सामने पूरी तरह से आत्मसमर्पण कर दिया है। डीजीपी पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है क्योंकि उनके नेतृत्व में हुए चुनावों में धांधली की गयी...।''

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