बेंगलुरू, 20 सितंबर कर्नाटक के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया है, इसके बाद राज्य सरकार ने रविवार को आपदा मोचन बल के जवानों को राहत एवं बचाव कार्यों में लगाया है । सबसे अधिक उडूपी जिला प्रभावित हुआ है, खास तौर से तटीय उडूपी, जहां मकान एवं फसलें डूब गयी हैं ।
कर्नाटक प्रदेश प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र के अधिकारियों ने बताया कि अगले दो दिनों में मलनाड, तटीय क्षेत्र एवं कुछ आंतरिक एवं उत्तरी जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है ।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के दूसरे दौर ने राज्य को बुरी तरह प्रभावित किया है। प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी के बीच उत्तर कर्नाटक, मलनाड एवं तटीय क्षेत्र में आये बाढ़ से राज्य पूरी तरह उबर नहीं पाया है ।
निगरानी केंद्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उडूपी में स्थिति बदतर हो गयी है क्योंकि कुछ गांव पानी में डूब गये हैं, मकान ध्वस्त हो गये हैं, सड़कें टूट गयी है, खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी है।
जिला मुख्यालय शहर उडूपी में कई मकान, चार पहिया वाहन और सड़कें आदि पानी में डूब गये हैं ।
प्रदेश के गृह मंत्री बासवराज बोम्मई ने रविवार को बताया कि उन्होंने उडूपी के जिले के अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है ।
उन्होंने बयान जारी कर बताया कि वह उडूपी के कई गांवों में आई बाढ़ से अवगत हैं और इस संबंध में जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया है । मंत्री ने कहा कि वह राहत कार्यों हेतु वायुसेना के हेलीकाप्टर के लिये राजस्व मंत्री से बातचीत करेंगे ।
पिछले कुछ दिनों से उडूपी के अलावा उत्तर कन्नड़, दक्षिण कन्नड़, कोडागू, चिकमगलूर,शिवामोगा और हासन में पिछले लगातार बारिश हो रही है ।
निगरानी केंद्र ने बयान जारी कर बताया कि इससे किसी व्यक्ति या पशु के मरने की खबर नहीं है । हालांकि, 105 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं ।
इसमें कहा गया है कि अगले कुछ दिनों तक बीदर, कलबुर्गी, रायचुर, विजयपुरा, यादगीर, कोप्पल, बेलगावी, बगलकोट, गडाग, धारवाड़, हवेरी और बेल्लारी में भारी बारिश होने की संभावना है ।
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