नयी दिल्ली, 25 नवंबर दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में अलग-अलग घटनाओं में दो गिरोह के तीन कथित सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि पहली घटना के तहत दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के डाबरी इलाके में गोलीबारी के बाद सद्दाम गौरी गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि पोचन पुर निवासी सूरज (19) और चाणक्य प्लेस निवासी फैज खान (18) को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब दोनों एक प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्य की हत्या करने की फिराक में थे।
अधिकारी के मुताबिक, मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर 17 नवंबर को बिंदापुर इलाके में जाल बिछाया गया, जहां सूरज और फैज को एक चारदीवारी के पास बैठे देखा गया।
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) अंकित सिंह ने बताया कि दोनों से आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, लेकिन सूरज ने भागने की कोशिश में पिस्तौल निकाल ली और पुलिस टीम पर गोली चला दी।
सिंह के अनुसार, पुलिस की जवाबी कार्रवाई में सूरज के पैर में गोली लग गई, जबकि बाद में फैज को भी काबू में कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि कुल पांच गोलियां चलाई गईं-दो सूरज की तरफ से और तीन पुलिस टीम की ओर से।
सिंह के मुताबिक, घटनास्थल से दो पिस्तौल और चार कारतूस बरामद किए गए।
उन्होंने बताया कि सूरज पर हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, झपटमारी सहित अन्य अपराधों के 10 से अधिक मामलों में, जबकि फैज पर हत्या के प्रयास और शस्त्र अधिनियम के दो मामलों में संलिप्तता का आरोप है।
सिंह के अनुसार, फैज ने बिंदापुर में प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्य वीरा को मारने के लिए सूरज के निर्देश पर भजनपुरा में नूर-ए-इलाई से कुछ दिन पहले 4,500 रुपये में एक देशी तमंचा और दो कारतूस खरीदे थे।
सिंह ने बताया कि दूसरी घटना के तहत काला जठेड़ी गिरोह के 28 वर्षीय कथित शार्प शूटर को दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के छावला इलाके से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि 17 नवंबर को शाम करीब 7.45 बजे पुलिस नजफगढ़ के पपरावत गांव स्थित दुर्गा विहार में डी-फोर्स क्रिकेट मैदान के सामने मौजूद थी, जहां उसे एक व्यक्ति स्कूटर पर बैठा मिला।
सिंह के मुताबिक, पुलिस को देख उक्त व्यक्ति स्कूटर छोड़कर भागने लगा, लेकिन पीछा करने के दौरान उसे पकड़ लिया गया।
उन्होंने बताया कि पूछताछ में उक्त व्यक्ति ने अपनी पहचान नजफगढ़ निवासी इकबाल के रूप में बताई।
सिंह के अनुसार, इकबाल के कब्जे से एक देशी पिस्तौल, एक कारतूस और एक स्कूटर बरामद किया गया।
उन्होंने बताया कि इकबाल के खिलाफ हत्या के प्रयास, जबरन वसूली, शस्त्र अधिनियम और चोरी के सात मामले दर्ज हैं।
सिंह ने कहा कि 2022 में इकबाल ने बाबा हरिदास नगर इलाके में एक कारोबारी से रंगदारी मांगी थी और गोलीबारी की थी।
उन्होंने बताया कि एक दिन बाद पुलिस ने इकबाल को रोका, जिसके बाद उसने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक गोली इकबाल के दाहिने पैर में लगी।
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