अस्पताल के हज़ारों डॉक्टरों ने कहा है कि वे सिर्फ आपातकालीन सेवा मुहैया कराएंगे और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) ने चेताया है कि दो दिन की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाओं पर खासा असर पड़ सकता है।
वेतन के मुद्दे को लेकर डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मी हाल के महीने में कई बार हड़ताल पर गए हैं।
एनएचएस प्रोवाइडर्स की मुख्य कार्यकारी जूलियन हार्टले ने कहा कि जनस्वास्थ्य सेवाओं के लिए यह हड़ताल बड़ी बाधा पैदा करेगी, क्योंकि यह ऐसे वक्त में हो रही है जब तीन दिन की छुट्टी होने वाली है और अस्पताल के आपातकालीन विभाग में बड़ी संख्या में मरीज़ पहुंचते हैं।
ब्रिटिश सरकार ने कहा है कि वेतन पर बातचीत पूरी हो चुकी है और वरिष्ठ डॉक्टरों के वेतन में छह फीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी।
डॉक्टरों के संगठन ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि यह बढ़ोतरी ‘अपमानजनक’ है और पिछले 14 वर्षों में डॉक्टरों ने वास्तविक रूप से वेतन में 35 प्रतिशत कमी का सामना किया है।
यूनियन के नेता डॉक्टर विशाल शर्मा ने कहा, “हम अपने मरीजों को देखने के लिए अस्पताल के अंदर रहना ज्यादा पसंद करेंगे। लेकिन हम चुपचाप बैठे नहीं रह सकते, क्योंकि हमें कमतर आंका जा रहा है।”
एपी
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