जम्मू, पांच दिसंबर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिरीक्षक (आईजी) डी.के. बूरा ने मंगलवार को दावा किया कि जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर शांति रही और उन्होंने कहा कि पिछले साल पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोई सूचना नहीं मिली।
उन्होंने बताया कि ड्रोन गिराने की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है।
बूरा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले एक साल में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कोई घुसपैठ नहीं हुई । घुसपैठ की दो से तीन कोशिशें हुई हैं, सभी को विफल कर दिया गया। इसके अलावा हमारे सतर्क सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन करने की तीन पाकिस्तानी तस्करों की कोशिश को भी विफल कर दिया।’’
ड्रोन गतिविधियों के बारे में उन्होंने कहा कि पिछले साल इस तरह की घटनाओं में गिरावट आई है।
बीएसएफ अधिकारी ने कहा, ‘‘इस साल की शुरुआत में ड्रोन-आधारित तस्करी से जुड़े एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया गया था। जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन गतिविधि न के बराबर है। पुलिस ने सीमा पार से ड्रोन द्वारा गिराई गई सामग्री को इकट्ठा करने वाले अपराधियों के तंत्र का भंडाफोड़ किया और आतंकवादियों को समर्थन देने वालों को भी गिरफ्तार किया।’’
उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की किसी भी गतिविधि में सीमा के पास रहने वालों की कोई संलिप्तता नहीं है।
हाल के संघर्ष विराम उल्लंघन पर, बूरा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ऐसी तीन घटनाएं हुईं और बीएसएफ ने ‘‘मुंहतोड़ जवाब’’ दिया, जिससे पाकिस्तान को भारी क्षति पहुंची।
आधुनिक बाड़ (स्मार्ट फेंसिंग) और ड्रोन-रोधी व्यवस्था स्थापित करने की परियोजनाओं के कार्यान्वयन पर, बूरा ने कहा कि ये लगभग पूरे हो चुकी हैं।
सुरंगों पर सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि पिछले साल आतंकवादियों द्वारा सुरंगों का इस्तेमाल किए जाने की कोई सूचना नहीं मिली।
इजराइल पर हमास द्वारा किए गए हमलों की तर्ज पर हवाई हमलों की आशंका के बारे में पूछे जाने पर, बूरा ने पुष्टि की कि ऐसी किसी भी हिमाकत का उचित जवाब दिया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर खेती के संबंध में उन्होंने कहा कि सीमा बाड़ के आगे की 20 प्रतिशत भूमि पर किसान खेती कर रहे हैं।
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