प्रदेश की जौनपुर जिले की 258 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ''भ्रष्टाचार 2017 के पहले की सरकारों के 'जीन' में शामिल था। तब अपने ठेकेदारों और गुर्गों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार योजनाएं बनाती थीं, हर 'काम' का 'दाम' पहले से तय होता था।''
उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर तंज कसते हुए कहा, ''सत्तापोषित भ्रष्टाचार का यह रैकेट घून की तरह पूरे प्रदेश की व्यवस्था को खोखला कर रहा था, जिसका खामियाजा पूरे प्रदेश को भुगतना पड़ता था। लेकिन आज परीक्षाएं हों या नियुक्तियां, सबमें शुचिता और पारदर्शिता है।''
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी ने 2007 से 2012 तक शासन किया, जबकि उनके बाद अखिलेश यादव के नेतृत्व में 2012 से 2017 तक राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार रही।
भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान करते हुए योगी ने दावा किया, ''बीते पांच सालों में जैसे माफिया राज का खात्मा कर प्रदेश को दंगामुक्त बनाया गया है, अब उसी तरह भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम शुरू होगी। भ्रष्टाचारी कोई भी हो, उसे कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और उसकी सात पीढ़ियों की इकट्ठा की गई संपत्ति का भी अधिग्रहण किया जाएगा और उसका उपयोग गरीबों के हित में होगा।''
उन्होंने कहा कि उप्र सरकार ने अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ काम किया है और देश में एक नया विश्वास पैदा किया है।
योगी ने कहा, "लोगों ने उप्र मॉडल को स्वीकार कर लिया है और राज्य में अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है और प्रदेश अब दंगा मुक्त राज्य है।’’
आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था देश में मिसाल बनती जा रही है और बेहतर कानून-व्यवस्था निवेश और रोजगार की संभावनाओं को आगे ले जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जौनपुर जैसा असीमित संभावनाओं वाला जिला दशकों से विकास की आस में था, आज उसे वह सब कुछ मिल रहा है, जिसका जौनपुर हकदार है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)