कर्नाटक में सीट बंटवारे को लेकर भाजपा के साथ आपसी भरोसे में कमी नहीं: जद नेता कुमारस्वामी
कर्नाटक में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सीट बंटवारे के मुद्दे पर नाखुशी जताने के एक दिन बाद जनता दल (सेक्युलर) के नेता एचडी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि दोनों पार्टियों के बीच विश्वास की कमी है.
बेंगलुरु, 19 मार्च : कर्नाटक में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सीट बंटवारे के मुद्दे पर नाखुशी जताने के एक दिन बाद जनता दल (सेक्युलर) के नेता एचडी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि दोनों पार्टियों के बीच विश्वास की कमी है. पूर्व मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि भाजपा और जद (एस) के बीच संबंधों में मतभेद नहीं है. वहीं, उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि जद (एस) को कोलार सीट देने का मुद्दा भी हल हो जाएगा. सीट बंटवारे के मुद्दे पर स्पष्ट रूप से नाराजगी जताते हुए कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा था कि उन्हें विश्वास है कि उनकी पार्टी को तीन से चार सीटें मिलेंगी. उन्होंने उस समय यह बात कही जब ये चर्चाएं चल रही हैं कि भगवा पार्टी केवल दो सीटें ही देगी.
कुमारस्वामी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के नेताओं ने भाजपा द्वारा जद (एस) के नेताओं के साथ 'सम्मानपूर्वक' व्यवहार करने के बारे में बात करने के लिए कहा था. वहीं, नेताओं ने उनसे यह भी कहा कि वह भाजपा को राज्य की कम से कम 18 लोकसभा सीटों पर जद(एस) की मजबूत स्थिति के बारे में समझाएं. जद(एस) के प्रदेशाध्यक्ष कुमारस्वामी ने कहा ‘‘कल पार्टी की कोर कमेटी के सदस्यों और नेताओं की बैठक हुई जिसके बाद मैंने भाजपा और जद(एस) के बीच 28 लोकसभा सीटों में मिलजुलकर, भरोसे के साथ काम करने के संबंध में संवादहीनता को लेकर हमारी पार्टी में हुई चर्चा के बारे में जानकारी साझा की.’’ यह भी पढ़ें : आईआईटी दिल्ली के साथ मिलकर ग्राहकों की जरूरतों और प्राथमिकताओं पर काम करेगा फ्लिपकार्ट
संवाददाताओं से यहां बातचीत में उन्होंने कहा, जैसा कि मैंने सीट बंटवारे के संबंध में कल कहा था कि हमने शुरू से ही तीन सीटें मांगी हैं. लेकिन भाजपा की ओर से, चाहे वह उसका आलाकमान हो या राज्य का कोई नेता हो उन्होंने अभी तक हमारे चुनाव लड़ने के लिए सीटों की निर्दिष्ट संख्या के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है.'' कुमारस्वामी ने आगे कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गठबंधन के बाद उनके साथ कई बैठकों के दौरान जद (एस) के अनुरोध का हमेशा सम्मान किया है. सोमवार को मीडिया के सामने उनकी प्रतिक्रिया का यह मतलब नहीं था कि दोनों पार्टियों के बीच विश्वास की कमी है.
जद (एस) पिछले सितंबर में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हुआ और उसने भाजपा के साथ गठबंधन किया था.
आगामी लोकसभ चुनाव में क्षेत्रीय पार्टी तीन सीट मांड्या, हासन और कोलार पर चुनाव लड़ सकती है. वहीं, दोनों दलों के बीच हुए समझौते के अनुसार प्रसिद्ध हृदय शल्य चिकित्सक और देवेगौड़ा के दामाद डॉ. सीएन मंजूनाथ को भाजपा के टिकट से बेंगलुरु ग्रामीण से मैदान में उतारा गया है. हालिया रिपोर्टों के अनुसार, भाजपा, कोलार सीट जद (एस) को देने के लिए तैयार नहीं है, जिससे क्षेत्रीय दल नाराज हो गया है. भाजपा के एस मुनीस्वामी कोलार से मौजूदा सांसद हैं.