मुंबई, नौ सितंबर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शरद पवार खेमे ने शनिवार को कहा कि उसने निर्वाचन आयोग को बता दिया है कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए कुछ शरारती लोगों के छोड़कर जाने के अलावा पार्टी में कोई विवाद नहीं है।
उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले बागी समूह के संदर्भ में यह बात कही।
पूर्व केंद्रीय मंत्री के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने एक बयान में कहा कि निर्वाचन आयोग (ईसी) ने अजित पवार द्वारा दायर एक याचिका पर उसका जवाब मांगा था। पार्टी ने निर्वाचन आयोग को अपना ‘प्रारंभिक जवाब’ सौंपा है।
शरद पवार खेमे ने कहा, ‘‘हमने अजीत पवार के विरोधाभासी रुख को साबित किया है और यह भी बताया कि उन्होंने कैसे बिना किसी कानूनी अधिकार के निर्वाचन आयोग के समक्ष दावा किया।’’
इसने कहा, ‘‘हमने निर्वाचन आयोग को बताया है कि कुछ शरारती लोगों के अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए पार्टी से दलबदल करने के अलावा इसमें (पार्टी में) कोई विवाद नहीं है।’’
इसने कहा कि संगठन अक्षुण्ण है और यह पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के साथ मजबूती से खड़ा है।
अजित पवार और राकांपा के आठ अन्य विधायक इस साल जुलाई में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए, जिससे पार्टी में विभाजन हो गया। इसके बाद में अजित पवार ने राकांपा पर अपना दावा किया था।
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