रांची, 26 अप्रैल झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी का बचाव करते हुए दावा किया कि सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन की कंपनी को चान्हो औद्योगिक पार्क में 11 एकड़ भूमि आवंटित करने में सरकार ने कोई गड़बड़ी नहीं की है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज यहां आनन-फानन में बुलाये गये संवाददाता सम्मेलन में यह दावा किया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन की कंपनी को चान्हो औद्योगिक पार्क में 11 एकड़ भूमि आवंटित करना बिलकुल वाजिब था और उसमें सरकार ने कोई बेइमानी नहीं की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके परिवार तथा करीबियों के खिलाफ भाजपा जानबूझ कर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है।
भट्टाचार्य ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास पर सीधा हमला बोला और कहा कि सोरेन परिवार पर आरोप लगाने से पहले दास खुद अपने गिरेबां में झांकें।
उन्होंने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री रहते दास के बेटे को टाटा में नौकरी मिली थी । उन्होंने छत्तीसगढ़ के दर्जनों लोगों को टाटा की कंपनियों में नौकरियां दिलवाईं लेकिन मुख्य विपक्ष दल होते हुए भी झामुमो ने इसको राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया।
भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री के नाम से आवंटित जिस पत्थर खदान की बात की जा रही है उस खदान से एक इंच पत्थर नहीं बेचा गया।
उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री ने 2008 में लीज के लिए आवेदन दिया था इसका उल्लेख 2009, 2014 और 2019 के चुनावी हलफनामे में है। फिर भी इसको ऑफिस ऑफ प्रॉफिट बताकर राज्यपाल को गुमराह किया गया।
उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलकर इस मसले पर अपना पक्ष रख चुका है।
इससे पूर्व सोमवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता रघुवर दास ने झामुमो सरकार पर हमला बोलते हुए दावा किया था कि सरकार ने सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के नाम से बिजुबाड़ा, चान्हो ब्लॉक स्थित बरहे औद्योगिक क्षेत्र में 11 एकड़ औद्योगिक भूमि आवंटित की है और ऐसा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर किया है।
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