खगोलविदों ने बृहस्पतिवार को कहा कि यदि इन परिणामों की पुष्टि हो जाती है, तो यह नई आकाशगंगा ‘हबल स्पेस टेलीस्कोप’( Webb Space Telescope) द्वारा पहचानी गई उस सबसे दूरस्थ आकाशगंगा से भी पहले बनी होगी, जो ब्रह्मांड निर्माण के 40 करोड़ साल बाद बनी थी. हबल दूरबीन की जगह लेने के लिए वेब दूरबीन को अंतरिक्ष में पिछले साल दिसंबर में भेजा गया था. वेब दूरबीन से मिले संकेतों से पता चलता है कि सितारों के निर्माण की जो अवधि अभी तक समझी जाती थी, उनका निर्माण संभवत: उससे भी पहले शुरू हो गया था.
वेब की इन नवीनतम खोजों के बारे में ‘हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स’ के रोहन नायडू के नेतृत्व वाले एक अंतरराष्ट्रीय दल ने एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में विस्तार से बताया है. इस लेख में असाधारण रूप से चमकीली दो आकाशगंगाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है. माना जाता है कि इनमें से पहली आकाशगंगा बिग बैंग के 35 करोड़ वर्ष और दूसरी आकाशगंगा 45 करोड़ वर्ष बाद बनी. यह भी पढ़ें : Airbags In Cars: सरकार ने कारों में 6 एयरबैग अनिवार्य करने की डेट बढ़ाई, जानें कब लागू होगा ये नियम
"This is a whole new chapter in astronomy."
Webb researchers found 2 early galaxies, one of which may contain the most distant starlight ever seen. These 2 unexpectedly bright galaxies could fundamentally alter what we know about the very first stars: https://t.co/1MrIy1TAkL pic.twitter.com/TI1ZpFWJPG
— NASA Webb Telescope (@NASAWebb) November 17, 2022
नायडू ने कहा कि इनके सबसे अधिक दूर स्थित होने का दावा करने से पहले वेब द्वारा इन्फ्रारेड में और अधिक अवलोकन किए जाने की आवश्यकता है. पत्रिका में कहा गया, ‘‘ यह अब भी सबसे दिलचस्प सवाल बना हुआ है कि पहली आकाशगंगा कब बनी थी.’’ नासा की वैज्ञानिक जेन रिग्बी ने कहा कि ये आकाशगंगाएं हबल से मानो छिप गई थीं. उन्होंने कहा, ‘‘वे हमारा इंतजार कर रही थीं. यह एक सुखद आश्चर्य है कि अभी कई आकाशगंगाओं का अध्ययन होना बाकी है.’’