नयी दिल्ली, 24 जुलाई दिल्ली में यमुना नदी के जलस्तर में बृहस्पतिवार को कमी आयी है। एक दिन पहले नदी का जलस्तर 204.13 मीटर पर पहुंच गया था, जो चेतावनी के निशान से केवल 0.37 मीटर कम है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह पुराने लोहे के पुल पर यमुना नदी का जलस्तर 203.29 मीटर था, जो चेतावनी के स्तर 204.50 मीटर से 1.21 मीटर कम था।
पुराना लोहे का पुल एक ऐसा प्रमुख स्थल है, जहां से नदी के प्रवाह और संभावित बाढ़ के खतरों पर नजर रखी जाती है।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार, मंगलवार को इस मानसून में पहली बार हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी का बहाव 50,000 क्यूसेक को पार कर गया, जो रात एक बजे के आसपास 54,707 क्यूसेक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में आमतौर पर 48 से 50 घंटे लगते हैं।
पिछले साल, भारी बारिश के बावजूद दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया था। सितंबर के अंत में यमुना का जलस्तर 204.38 मीटर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
इसके विपरीत, जुलाई 2023 में आयी बाढ़ में जलस्तर रिकॉर्ड 208.66 मीटर तक पहुंच गया था। मयूर विहार, आईटीओ, सलीमगढ़ बाईपास और सिविल लाइंस जैसे इलाके जलमग्न हो गए थे, जिससे हजारों लोग विस्थापित हुए थे।
दिल्ली सरकार की बाढ़ नियंत्रण योजना के अनुसार, पहली चेतावनी आधिकारिक तौर पर तभी जारी की जाती है जब हथिनीकुंड से एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जाता है।
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