देश की खबरें | मीडिया की जीवंतता लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत : मिश्र

जयपुर, 10 जुलाई राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने रविवार को मीडिया की जीवंतता को लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत करार देते हुए उससे ‘मिशनरी’ के रूप में काम करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि व्यवसायीकरण के इस दौर में भी बहुत से पत्र-पत्रिकाएं और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनल स्वस्थ पत्रकारिता के मूल्यों का पालन कर रहे हैं, जो सराहनीय है।

मिश्र रविवार को वरिष्ठ पत्रकारों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गणतंत्र की जड़ों को सींचने का काम पत्रकारिता करती है, इसलिए विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बाद मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना गया है।

राज्यपाल ने कहा कि नागरिकों को संविधान में प्रदत्त अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने तथा कानून का पालन करने वाले जिम्मेदार नागरिक तैयार करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है।

उन्होंने कहा कि मीडिया की विश्वसनीयता और साख को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि वह सच के साथ खड़े रहते हुए पारदर्शिता के साथ निष्पक्ष रिपोर्टिंग करे।

आजादी के आंदोलन में मीडिया के महत्वपूर्ण योगदान का जिक्र करते हुए मिश्र ने कहा, “महात्मा गांधी, लोकमान्य तिलक, अरविंद घोष, मदन मोहन मालवीय, गणेश शंकर विद्यार्थी और अजीमुल्ला खां जैसी हस्तियों ने लोगों को आजादी के लिए आंदोलित करने का काम किया। उन्होंने समाचार पत्रों के जरिये ब्रिटिश हुकूमत की अराजकता को उजागर करते हुए उन्हें देश छोड़ने को मजबूर किया।”

राज्यपाल ने कहा कि व्यावसायिक हितों के नाम पर प्रेस को जन भावनाओं को उद्वेलित करने वाले भ्रामक समाचार प्रकाशित-प्रसारित करने से बचना चाहिए।

इस अवसर पर मिश्र ने प्रवीण चंद छाबड़ा को महात्मा गांधी पत्रकारिता सम्मान, विजय भंडारी को लोकमान्य तिलक सम्मान, मिलापचंद डांडिया को गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान और सीताराम झालानी को मदनमोहन मालवीय सम्मान तथा एक-एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि का चेक प्रदान कर सम्मानित किया।

स्वर्गीय श्याम आचार्य को प्रदत्त बाबूराव विष्णु पराड़कर पत्रकारिता सम्मान उनके परिजनों ने प्राप्त किया। आचार्य के पुत्र, पुत्री और पुत्रवधू को एक लाख रुपये का चेक भी दिया गया।

वहीं, वरिष्ठ पत्रकार विजय भंडारी ने अपनी सम्मान राशि जरूरतमंद और कोरोना पीड़ित रहे पत्रकारों व उनके परिजनों की मदद के लिए देने की घोषणा की।

कार्यक्रम में शिक्षा एवं कला-संस्कृति मंत्री डॉ. बी डी कल्ला, सांसद तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, राजनेता मोहन प्रकाश और महानगर टाइम्स के संपादक गोपाल शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पत्रकारों और गणमान्य हस्तियों ने शिरकत की।

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