
पेशावर, छह अप्रैल पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय सरकार ने अफगानों को वापस उनके देश भेजने की सरकार की नीति के अनुसार अफगान नागरिकों की पहचान और उनका पता लगा लगाने की प्रक्रिया शुरू की है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
खैबर पख्तूख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर में 1978 से हजारों अफगानी रह रहे हैं। उसी वर्ष रूस ने पड़ोसी अफगानिस्तान पर आक्रमण किया था, जिसके कारण बड़ी संख्या में शरणार्थी पाकिस्तान में आ गए थे।
खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने अफगानों के ठिकानों का पता लगाने और उनके बारे में आंकड़े एकत्र करने के लिए पुलिस को तैनात किया है। जिला प्रशासन ने यहां अफगान नागरिक कार्ड (एसीसी) धारक 160,000 लोगों की पहचान की है, जिन्हें वापस भेजा जाना है।
पुलिस का कहना है कि पेशावर में रह रहे अफगानों और अन्य विदेशी नागरिकों के बारे में जानकारियां जुटाने का काम चल रहा है, जिसके फलस्वरूप विशिष्ट क्षेत्रों में उनकी सही संख्या निर्धारित करने में मदद मिलेगी।
पेशावर में इस काम के लिए 90 से अधिक टीम गठित की गई हैं, जिनमें पुलिस, जिला प्रशासन और अन्य विभागों के अधिकारी शामिल थे। इनमें से 200 से अधिक पुलिस अधिकारी हैं।
हालांकि, नाम न बताने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस को पेशावर में अवैध रूप से रह रहे अफ़गानों के बारे में अभी तक कोई आदेश नहीं मिला है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि स्वैच्छिक प्रत्यावर्तन चाहने वाले अफ़गानों को वापस भेजा जाएगा।
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