ऑस्ट्रेलियाई डॉल्फिन मछलियों के शरीर में पाए जाते हैं सबसे अधिक हानिकारक रसायन

मेलबर्न, 26 नवंबर (द कन्वरसेशन) खाद्य श्रृंखला के शीर्ष परभक्षी होने के नाते डॉल्फिन मछलियां अपने शरीर में सर्वाधिक मात्रा में विषाक्त पदार्थ और अन्य रसायनों को जमा करने और उनकी मात्रा को बढ़ाने का काम करती हैं। इसलिए डॉल्फिन मछलियों में होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं एक चेतावनी हो सकती हैं कि समग्र रूप से खाद्य श्रृंखला प्रणाली में सब कुछ ठीक नहीं है।

मेलबर्न, 26 नवंबर: खाद्य श्रृंखला के शीर्ष परभक्षी होने के नाते डॉल्फिन मछलियां अपने शरीर में सर्वाधिक मात्रा में विषाक्त पदार्थ और अन्य रसायनों को जमा करने और उनकी मात्रा को बढ़ाने का काम करती हैं. इसलिए डॉल्फिन मछलियों में होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं एक चेतावनी हो सकती हैं कि समग्र रूप से खाद्य श्रृंखला प्रणाली में सब कुछ ठीक नहीं है.

पर्यावरण में स्थायी रूप से बने रहने वाले प्रदूषकों के एक समूह को ''स्थायी रसायन'' करार दिया गया है क्योंकि पर्यावरण में उनका विघटन लगभग कभी नहीं होता। आम तौर पर संक्षिप्त नाम पीएफएएस वाले इन पॉलीफ्लोरिनेटेड पदार्थों को विश्व स्तर पर एक पर्यावरणीय खतरे और मानव स्वास्थ्य के लिए एक संभावित खतरे के रूप में देखा जाता है. हमारे नए शोध में हमने पाया कि दुनिया में सबसे अधिक पीएफएएस सांद्रता वाली डॉल्फिन मछलियां ऑस्ट्रेलियाई जलाशयों में रहती हैं. एक युवा बुरुनन डॉल्फिन के यकृत में पीएफएएस की सांद्रता अब तक बताई गई किसी भी अन्य डॉल्फिन की तुलना में लगभग 30 प्रतिशत अधिक थी.

बुरुनन डॉल्फिन गंभीर रूप से मछलियों की एक लुप्तप्राय प्रजाति है जो दक्षिण-पूर्व ऑस्ट्रेलिया में पाई जाती हैं. हालांकि पीएफएएस की सांद्रता के डॉल्फिन के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव और मनुष्यों पर इसके प्रभावों के बारे में जानकारी नहीं जुटाई जा सकी है. डॉल्फिन मछलियों में पीएफएएस की रिकॉर्ड-तोड़ सांद्रता खतरे का प्रमुख कारण है.

बुरुनन डॉल्फिन का विशेष अध्ययन--- बुरुनन डॉल्फिन को 2011 में एक अलग प्रजाति के रूप में मान्यता दी गई थी. अब इनकी संख्या 200 से भी कम है. ऑस्ट्रेलिया के तटीय विक्टोरिया क्षेत्र में दो बुरुनन डॉल्फिन पाई गई हैं. हमने अपने शोध में मृत और समुद्र तटों पर बहकर आईं बुरुनन डॉल्फिन और डॉल्फिन की तीन अन्य प्रजातियों से यकृत के नमूने लिए थे. हमने पाया कि गंभीर रूप से लुप्तप्राय: बुरुनन डॉल्फिन में उसी क्षेत्र की अन्य डॉल्फिन मछलियों की तुलना में 50-100 गुना अधिक पीएफएएस था. उनकी पीएफएएस सांद्रता विश्व स्तर पर सबसे अधिक पाई गई थी.

इनमें से 90 प्रतिशत डॉल्फिन में, इन रसायनों की यकृत सांद्रता (1,020-19,500 नैनोग्राम प्रति ग्राम) उन रसायनों से अधिक थी जो यकृत विषाक्तता और परिवर्तित प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं का कारण बनते हैं. डॉल्फिन मछलियों में पीएफएएस की यह रिकॉर्ड तोड़ सांद्रता उनके स्वास्थ्य के लिए न केवल संभावित खतरा है बल्कि इन प्रजातियों के अस्तित्व के लिए एक प्रमुख चिंता का विषय बन गयी है.

ऑस्ट्रेलिया और दुनिया के अन्य क्षेत्रों में किए गए हमारे शोध के परिणाम--- अब तक हमने पीएफएएस सांद्रता वाली जिन डॉल्फिन मछलियों का अध्ययन किया उन मछलियों में पीएफओएस (पेरफ्लूरूक्टेन सल्फोनेट) नामक एक विशेष यौगिक सबसे अधिक पाया गया. पीएफओएस सबसे अधिक अध्ययन किए गए पीएफएएस यौगिकों में से एक है. पीएफएएस यौगिक स्टॉकहोम सम्मेलन में सूचीबद्ध है, जो पर्यावरण प्रदूषकों को लेकर एक वैश्विक संधि है। इन यौगिकों के उपयोग पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध है.

ऑस्ट्रेलिया पीएफओएस यौगिकों का निर्माण नहीं करता। हालांकि 2000 के दशक की शुरुआत तक पीएफओएस युक्त अग्निशमन फोम का भारी उपयोग होता था. ऑस्ट्रेलिया की सरकार अभी भी अनुमत उद्देश्यों के लिए पीएफओएस आयात की अनुमति देती है, जैसे विनिर्माण और धातु उद्योग में. हाल के वर्षों में, सार्वजनिक चिंता ने रॉयल ऑस्ट्रेलियाई एयरफोर्स प्रशिक्षण सुविधाओं और हवाई अड्डों जैसे उच्च अग्निशमन फोम उपयोग के क्षेत्रों में चल रही जांच को प्रेरित किया है.

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