धनबाद (झारखंड), पांच अगस्त: धनबाद जिले में 28 जुलाई को संदिग्ध परिस्थितियों में हुई अष्टम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत के मामले की जांच करने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय कुमार शुक्ला के नेतृत्व में पहुंची केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की 20 सदस्यीय टीम ने बृहस्पतिवार को मामले की जांच से जुड़ी एसआईटी के सदस्यों और अन्य लोगों से पूछताछ की.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शुक्ला के नेतृत्व में जांच के लिए आयी सीबीआई की टीम के छह सदस्यों ने आज धनबाद सदर थाना पहुंच कर इस मामले की जांच से जुड़े विशेष जांच दल के सदस्यों से विस्तृत पूछताछ की और आवश्यक जानकारी ली.
सीबीआई की टीम ने सदर थाने पर धनबाद के नगर पुलिस अधीक्षक राम कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्ग्यारी और थानाध्यक्ष विनय कुमार से पूरे मामले के तथ्यों को समझा और जाना. ये तीनों मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल के सदस्य थे.
केन्द्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले की जांच के लिए अधिसूचना जारी होते ही बुधवार को धनबाद पहुंचकर मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली थी और पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी को आधार बनाकर न्यायाधीश की संदिग्ध हत्या में शामिल आटो चालक लखन वर्मा एवं उसके सहयोगी राहुल वर्मा को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत हत्यारोपी बनाया. दोनों आरोपी को पांच दिनों की पुलिस हिरासत के बाद मंगलवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
गौरतलब है कि न्यायाधीश आनंद की मौत 28 जुलाई की सुबह सैर के दौरान ऑटो से टक्कर लगने से हुई थी. मामले की जांच के लिए सीबीआई ने 20 सदस्यीय टीम का गठन किया है जिसने कल ही धनबाद पहुंच कर झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार जांच का कार्य प्रारंभ कर दिया था. सीबीआई की जांच में सहयोग के लिए सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीम भी धनबाद पहुंची है.
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