राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सभी फ्रंट वर्कर्स को बताया वॉरियर, कहा- योद्धाओं के योगदान का उल्लेख 'बलिदान और सेवा की महागाथा' के रूप में किया जाएगा
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान जोखिम में डालकर डटे डॉक्टरों, नर्सों सहित सभी स्वास्थ्य-कर्मियों, सफाई कर्मियों और पुलिस का उल्लेख इतिहास में "बलिदान और सेवा की महागाथा" के रूप में किया जाएगा.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 (Covid-19) के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान जोखिम में डालकर डटे डॉक्टरों, नर्सों सहित सभी स्वास्थ्य-कर्मियों, सफाई कर्मियों और पुलिस का उल्लेख इतिहास में "बलिदान और सेवा की महागाथा" के रूप में किया जाएगा. राष्ट्रपति कोविंद ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘अपने और परिवारजन के लिए गंभीर जोखिम उठाते हुए, कोविड-19 के खिलाफ युद्ध में देश की सेवा करने वाले सभी देशवासियों के लिए, मैं विशेष आभार और सम्मान व्यक्त करता हूँ.’’ उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कोविड-19 पर विजय पाने में सभी का सतत योगदान बना रहेगा.
उन्होंने कहा कि हमारे डॉक्टर, नर्स और अन्य सभी स्वास्थ्य-कर्मी अनुकरणीय साहस का परिचय दे रहे है और देशवासियों का जीवन बचाने के लिए वे अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं. कोविंद ने कहा, ‘‘वे जिस समर्पण और निष्ठा के साथ देश की सेवा कर रहे हैं, उसका उल्लेख इतिहास में "बलिदान और सेवा की महागाथा" के रूप में किया जाएगा.’’ राष्ट्रपति ने कहा कि सारे देश में टेस्टिंग-लैब में कार्यरत वैज्ञानिकों और तकनीशियनों की प्रतिबद्धता अद्वितीय है. चौबीसों घंटे काम करते हुए, उन्होंने अत्यंत प्रतिकूल परिस्थितियों में अब तक लगभग 4 लाख नमूने एकत्र किए हैं और देश सेवा को सर्वोपरि रखा है. उनकी नि:स्वार्थ कार्यनिष्ठा प्रशंसनीय है.
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उन्होंने कहा कि परिवहन सेवाएँ प्रदान करने वाले सभी चालक तथा छोटे व्यापारी एवं दुकानदार सहित इस कठिन समय में नागरिकों को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने वाले आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े सभी कर्मी विशेष प्रशंसा के हकदार हैं. उन्होंने कहा कि वे उत्साह के साथ सेवा करने की उनकी भावना को नमन करते हैं. कोविंद ने कहा, ‘‘भारी बाधाओं के बावजूद साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए अथक परिश्रम करने वाले हमारे सफाई कर्मी, नगरपालिका कर्मचारी और जन सुविधाओं में कार्यरत सभी कर्मवीर हमारे असली नायक हैं. वे हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत भी हैं.’’
राष्ट्रपति ने लोगों का आह्वान किया कि हम सब उनके साहस और दृढ़-संकल्प के लिए पुलिस, सशस्त्र बलों और सुरक्षा कर्मियों का आभार व्यक्त करें. उन्होंने कहा कि देश के भीतर लॉकडाउन को प्रभावी बनाने में, हमारे पुलिस बल संवेदनशीलता और दक्षता का परिचय दे रहे हैं तथा हमारे सशस्त्र व अर्धसैनिक-बल सीमा पार आतंकवाद से देश की सुरक्षा कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी देशवासियों, गैर सरकारी संस्थानों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, धार्मिक व जन-सेवी संगठनों, तथा रेड क्रॉस सहित उन सभी लोगों को धन्यवाद देता हूँ जो विभिन्न तरीकों से योगदान दे रहे हैं. उनका सेवा-भाव सराहनीय है.’’
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