उत्तरकाशी (उत्तराखंड), एक नवंबर चारधाम देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग को लेकर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के व्यापारिक प्रतिष्ठान सोमवार को पूरी तरह बंद रहे जबकि तीर्थ पुरोहितों ने श्रद्धालुओं का पूजा पाठ भी नहीं कराया।
पुरोहितों ने सरकार को चेतावनी दी और कहा कि यदि बोर्ड भंग नहीं किया गया तो आगे उग्र आंदोलन किया जायेगा।
देश भर से गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए श्रद्धालु गंगा और यमुना नदी तटों पर विधिवत पूजा-पाठ नहीं करवा पाने से परेशान नजर आए।
तीर्थ पुरोहितों ने गंगोत्री मंदिर से बस अड्डे तक जुलूस निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया।
इस मौके पर गंगोत्री मंदिर समिति के सह सचिव राजेश सेमवाल ने कहा कि 11 सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ हुई वार्ता में उन्होंने 30 अक्टूबर तक देवस्थानम बोर्ड भंग किए जाने का निर्णय लेने की बात कही थी लेकिन इस संबंध में प्रदेश सरकार की ओर से अभी तक कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि इस पर नाराजगी व्यक्त करने के लिए तीर्थ पुरोहितों ने सरकार के विरूद्ध प्रदर्शन किया है।
तीर्थ पुरोहितों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द ही देवस्थानम बोर्ड समाप्त नहीं किया तो उग्र आंदोलन के साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव में भी भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
मांग के समर्थन में यमुनोत्री धाम में भी सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
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