लखनऊ, 21 जुलाई उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बृहस्पतिवार को कहा कि शिक्षकों को सिर्फ पाठ्यक्रम पूरा करने पर ही ध्यान नहीं देना चाहिए बल्कि यह भी देखना चाहिए कि बच्चे को जो पढ़ाया है उससे उसने कितना सीखा है।
वह यहां 'उत्तर प्रदेश है तैयार' नाम से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
पाठक ने कहा, "मैंने अक्सर देखा है कि शिक्षक केवल यह मानते हुए पाठ्यक्रम पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं कि बच्चे ने वह सब कुछ सीखा है जो उसे सिखाया गया था। शिक्षकों को यह आकलन करने पर भी ध्यान देना चाहिए कि बच्चे ने वास्तव में कितना सीखा है।"
अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए मंत्री ने कहा कि पहले ज्ञान प्राप्त करने पर ध्यान दिया जाता था, लेकिन अब यह केवल अच्छे अंक प्राप्त करने में बदल गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘"हमने शिक्षा और सीखने को मार्कशीट के अंकों से जोड़ा है। हम पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव के कारण यहां पहुंचे हैं, जो कम समय में बहुत सी चीजें हासिल करने पर केंद्रित है।"
पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास के बिना भारत के विकास का कोई अर्थ नहीं है, राज्य सरकार ने शिक्षा प्रणाली में कुछ मूलभूत परिवर्तन किए हैं जो आने वाले वर्षों में निश्चित रूप से परिणाम देंगे।
राज्य के बेसिक शिक्षा विभाग के मंत्री संदीप कुमार सिंह ने कहा कि सरकार ने राज्य में हर बच्चे की शिक्षा सुनिश्चित करने को प्राथमिकता दी है।
उन्होंने कहा कि विभाग ने सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों का नामांकन बढ़ाने के लिए 'स्कूल चलो अभियान' अभियान चलाया है। यह अभियान राज्य में सबसे कम साक्षरता दर वाले जिले श्रावस्ती से शुरू हुआ।
सिंह ने कहा कि योगी सरकार ‘मिशन कायाकल्प’ के तहत प्राथमिक विद्यालय के बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान दे रही है।
उन्होंने कहा,"हम अपने स्कूलों को सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ अत्याधुनिक बनाने की राह पर हैं। इन सभी प्रयासों से छात्रों को जीवन में पढ़ाई और उत्कृष्टता के लिए बेहतर माहौल मिलेगा।"
उन्होंने कहा कि बुनियादी शिक्षा विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद कोविड-19 महामारी के कारण पिछले दो वर्षों में बच्चों के सीखने के परिणामों में कमी आई है।
सिंह ने कहा, ‘‘हमने सीखने के परिणामों में गिरावट को दूर करने के लिए ब्रिज कोर्स शुरू किए हैं और अपने छात्रों को आधुनिक तकनीक के साथ कुशल बनाने की योजना बना रहे हैं ताकि उन्हें अत्याधुनिक तकनीक की दुनिया से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जा सके।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन के संस्थापक और अध्यक्ष आशीष धवन ने कहा, "युवा छात्रों के लिए एक ठोस शैक्षिक आधार प्रदान करना बहुत आवश्यक है, जो उन्हें जीवन भर मदद करेगा।"
कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद,उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह तथा राजीव वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।
चंदन जफर
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)