मुंबई, 12 अप्रैल टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में उसका शुद्ध लाभ नौ प्रतिशत बढ़कर 12,434 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने बताया कि बेहतर मार्जिन और भारतीय कारोबार के मजबूत प्रदर्शन से उसे बढ़त मिली।
देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष (2022-23) की समान अवधि में 11,392 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
कंपनी का शुद्ध लाभ पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में नौ प्रतिशत बढ़कर 45,908 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान राजस्व बढ़कर 2,40,893 करोड़ रुपये हो गया, जो 2022-23 में 2,25,458 करोड़ रुपये था।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी अपने बिक्री मार्जिन को 1.5 प्रतिशत बढ़ाकर 26 प्रतिशत करने में सफल रही।
इस दौरान राजस्व भी 3.5 प्रतिशत बढ़कर 61,237 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 60,583 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में कंपनी को 13.2 अरब डॉलर के नए ऑर्डर मिले, जो अब तक किसी भी तिमाही में सबसे ज्यादा है।
टीसीएस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक के कीर्तिवासन ने एक बयान में कहा कि लाभ मार्जिन और कंपनी को मिले ऑर्डर, उसके कारोबारी मॉडल और निष्पादन उत्कृष्टता की पुष्टि करते हैं।
उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल के बीच कंपनी अपने ग्राहकों के साथ मिलकर काम कर रही है और उनकी मदद कर रही है।
बीएसएनएल के साथ 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के सौदे सहित भारतीय कारोबार से कंपनी का राजस्व 38 प्रतिशत बढ़ा। इसके साथ मार्च 2024 तिमाही में कारोबार में देश के भीतर होने वाला योगदान पांच प्रतिशत से बढ़कर 6.7 प्रतिशत हो गया।
समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कंपनी के सबसे बड़े बाजार उत्तरी अमेरिका में राजस्व सालाना आधार पर 2.3 प्रतिशत घट गया। कंपनी के कुल कारोबार में इस बाजार की हिस्सेदारी 52.4 प्रतिशत से घटकर 50 प्रतिशत हो गई।
इस तिमाही के दौरान कंपनी के कर्मचारियों की संख्या में लगभग 2,000 की कमी हुई। 31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्त वर्ष में कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या 6,01,546 थी।
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