देश की खबरें | तमिलनाडु : विश्वविद्यालय की छात्रा के ‘यौन उत्पीड़न’ के विरोध में विपक्षी दलों ने किया प्रदर्शन

चेन्नई, 26 दिसंबर तमिलनाडु में विश्वविद्यालय की एक छात्रा के कथित यौन उत्पीड़न के मामले में विपक्षी दलों अन्नाद्रमुक और भाजपा ने बृहस्पतिवार को विरोध प्रदर्शन किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि आरोपी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) का पदाधिकारी है। हालांकि, राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोप को खारिज किया है।

भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा कि वह द्रमुक सरकार के हटने तक चप्पल नहीं पहनेंगे और नंगे पैर ही चलेंगे।

अन्नामलाई ने आरोपी की द्रमुक नेताओं के साथ तस्वीरें दिखाते हुए आरोप लगाया कि वह सत्तारूढ़ पार्टी की छात्र शाखा का पदाधिकारी है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि आरोपी ने सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े होने के कारण अपराध को अंजाम दिया।

उन्होंने कोयंबटूर में संवाददाताओं से कहा कि चूंकि आरोपी द्रमुक से जुड़ा था, इसलिए पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की।

तमिलनाडु के कानून मंत्री एस. रेगुपति ने कहा कि विश्वविद्यालय की छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले का आरोपी द्रमुक का प्राथमिक सदस्य भी नहीं है।

पुलिस ने पाया है कि 37 वर्षीय आरोपी पहले से ही कम से कम 10 आपराधिक मामलों में संलिप्त रहा है। आरोपी ज्ञानशेखरन ने पीड़िता को धमकाया था और कहा था कि जब भी वह उसे बुलाए, उसे मिलने आना होगा।

इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग ने घटना का संज्ञान लिया और इसकी निंदा की।

आयोग ने तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शंकर जीवाल को पत्र लिखकर आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 71 लागू करने को कहा, जो बार-बार अपराध करने वालों से निपटने से संबंधित है।

इसने कहा, ‘‘आयोग ने पाया है कि आरोपी आदतन अपराधी है और उसने पहले भी इसी तरह के अपराध किए हैं, और वह द्रमुक की सैदाई-पूर्व छात्र शाखा का उप-संगठक है। इसके अलावा, यह आरोप लगाया गया है कि उसके खिलाफ दर्ज सभी मामलों को ठंडे बस्ते में डाला जा रहा है।’’

इसके अलावा, आयोग ने डीजीपी से ज्ञानशेखरन के खिलाफ दर्ज सभी प्राथमिकियों की प्रतियां और ऐसे मामलों में की गई कार्रवाई का विवरण भेजने को कहा है।

आयोग ने कहा कि पुलिस ने ‘‘पीड़िता की पहचान का विवरण सार्वजनिक कर दिया है’’ और पीड़िता की पहचान उजागर करने के लिए दोषी पुलिस अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

अन्नाद्रमुक, भाजपा और माकपा समेत कई दलों ने प्राथमिकी की प्रति के जरिए पीड़िता का विवरण उजागर करने के लिए पुलिस की निंदा की।

भाजपा नेता अन्नामलाई ने घोषणा की कि इस मुद्दे पर लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए वह शुक्रवार को सुबह 10 बजे कोयंबटूर में अपने आवास के बाहर खुद को छह बार कोड़े मारेंगे।

इससे पहले दिन में, पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में ले लिया।

भाजपा की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन और पार्टी के अन्य नेताओं को भी पुलिस ने प्रदर्शन करने से रोक दिया। सुंदरराजन ने कहा कि उन्हें प्रदर्शन करने का पूरा अधिकार है और आरोप लगाया कि यौन अपराध बढ़ रहे हैं। उन्होंने पुलिस की निष्क्रियता की आलोचना की।

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