चेन्नई, 17 अक्टूबर तमिलनाडु में पुलिसकर्मियों के एक वर्ग द्वारा कथित रूप से रिश्वत मांगने के लिये इस्तेमाल किया जाने वाला एक कैटलॉग (सूचीपत्र) सोशल मीडिया पर सामने आया है । एक आधिकारिक परिपत्र के कथित अनुलग्नक की तरह दिखने वाले इस कैटलॉग में रिश्वत हासिल करने के ''61 विशिष्ट स्रोतों'' को सूचीबद्ध किया गया है।
कैटलॉग सोशल मीडिया पर आने के बाद भाजपा ने पूछा कि क्या तमिलनाडु में द्रमुक के सत्ता में आने से पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार में वृद्धि हुई है।
कैटलॉग में कथित रूप से 100 रुपये लेकर एक लाख रुपये और उससे अधिक की रिश्वत हासिल करने के स्रोतों की सूची दी गई है। इसमें बताया गया कि किस काम से कितना पैसा जुटाना है।
रिश्वत की मांग मुख्य रूप से अवैध गतिविधियों जैसे रेत तस्करी, जुआ, प्रतिबंधित लॉटरी आदि की अनुमति देने के लिए की जाती है।
परिपत्र में, तमिलनाडु राज्य पुलिस मुख्यालय की ओर से यहां के जिला अधिकारियों को ऐसे दागी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया गया है।
हालांकि पुलिस सूत्रों ने 'अनुलग्नक' जारी करने या प्राप्त करने की पुष्टि नहीं की है। इसमें पुलिस स्टेशनों, उप-निरीक्षकों, निरीक्षकों, विशेष शाखा कर्मियों और राजमार्ग कर्मचारियों सहित गश्ती कार्यों में तैनात लोगों द्वारा मांगी जाने वाली विशिष्ट दरों को सूचीबद्ध किया गया है।
भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कटाक्ष करते हुए भ्रष्टाचार को खत्म करने के 'पारदर्शी प्रयास' की सराहना की और 'अनुलग्नक' को साझा किया।
अन्नामलाई ने इस मामले पर गृह विभाग संभालने वाले मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन की प्रतिक्रिया मांगी।
उन्होंने ट्वीट किया, ''क्या तमिलनाडु में द्रमुक के सत्ता में आने के साथ पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार बढ़ा है?''
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)