चेन्नई, 30 अप्रैल प्रदर्शन में निरंतरता की कमी से जूझ रही चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम बुधवार को यहां पंजाब किंग्स के खिलाफ उतरेगी तो उसकी नजरें खेल के सभी विभागों में एकजुट प्रदर्शन करने पर टिकी होंगी. सुपरकिंग्स के नौ मैच में 10 अंक हैं जो लखनऊ सुपर जाइंट्स, सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली कैपिटल्स के समान हैं और गत चैंपियन टीम निश्चित रूप से जीत के साथ इन टीमों से आगे निकलने की कोशिश करेगी. गत चैंपियन सुपरकिंग्स की चिंता हालांकि बढ़ गई है क्योंकि पंजाब किंग्स की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 262 रन के टी20 क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े लक्ष्य को हासिल करने के बाद इस मुकाबले में उतर रही है. पंजाब किंग्स के नौ मैच में छह अंक हैं. यह भी पढ़ें: चेन्नई सुपर किंग्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को 78 रनों से हराया, गेंदबाजों ने दिलाई शानदार जीत
चेपक हालांकि सुपरकिंग्स का गढ़ है जहां गेंदबाजों को पिच से मदद मिलती है और मेजबान टीम ने पिछले मैच में सनराइजर्स पर 78 रन की आसान जीत दर्ज की. चेन्नई में उस रात ओस नहीं पड़ी थी और बल्लेबाजों द्वारा 200 से अधिक का स्कोर खड़ा करने के बाद सुपरकिंग्स के गेंदबाजों ने अपनी सटीक और विविधता से भरी गेंदबाजी से सनराइजर्स की मजबूत बल्लेबाजी इकाई को ध्वस्त कर दिया.
चेन्नई को पंजाब के खिलाफ यह प्रदर्शन दोहराना होगा और सभी की निगाहें कप्तान रुतुराज गायकवाड़ पर होंगी जो फॉर्म में वापसी कर चुके हैं. गायकवाड़ ने अपनी पिछली दो पारियों में 108 और 98 रन बनाए हैं और न्यूजीलैंड के डेरिल मिचेल ने भी हैदराबाद के खिलाफ 32 गेंद में 52 रन बनाकर सही समय पर लय हासिल कर ली है.
हालांकि सुपरकिंग्स के बल्लेबाजी क्रम में असली तूफान शिवम दुबे हैं जिन्होंने इंपेक्ट प्लेयर के रूप में आते हुए विपक्षी गेंदबाजों को धराशायी किया है. स्पिन के खिलाफ अच्छा खेलने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज दुबे ने मौजूदा सत्र में अब तेज गेंदबाजों के खिलाफ प्रभावी प्रदर्शन करके अपनी बल्लेबाजी में एक और आयाम जोड़ दिया है.
दुबे ने अब तक 350 रन बनाए हैं जो गायकवाड़ के 447 रन के बाद सुपरकिंग्स के लिए दूसरे सर्वाधिक रन हैं. उन्होंने ये रन 172.41 के स्ट्राइक रेट से बनाए हैं और इस मामले में टीम में महेंद्र सिंह धोनी (259.45) के बाद दूसरे स्थान पर हैं.
हालांकि सुपरकिंग्स की सलामी जोड़ी अस्थिर बनी हुई है. गायकवाड़ ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन अब बाहर किए गए रचिन रविंद्र और अजिंक्य रहाणे दोनों अपने कप्तान का साथ नहीं निभा पाए हैं. सलामी बल्लेबाज के रूप में रहाणे ने पिछली चार पारियों में 05, 36, 01 और 09 रन बनाए जो उनके अनुभव और कौशल के अनुरूप नहीं हैं.
हालांकि पूरी संभावना है कि टीम उन्हें और मौके देगी. बल्लेबाजी कोच माइकल हसी ने भी कहा था कि यह 35 वर्षीय बल्लेबाज बड़ी पारी खेलने के करीब है. दूसरी ओर पंजाब किंग्स की टीम रिकॉर्ड लक्ष्य हासिल करने के बाद लय को जारी रखते हुए अंक तालिका में मौजूदा आठवें स्थान से आगे बढ़ने को बेताब होगी. इसके लिए टीम को बल्लेबाजों से एक बार फिर से एकजुट प्रदर्शन की उम्मीद है. जिम्मेदारी एक बार फिर नाइट राइडर्स के खिलाफ शतक जड़ने वाले जॉनी बेयरस्टो, शशांक सिंह और प्रभसिमरन सिंह के कंधों पर होगी.
टीम हालांकि विकेटकीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा से अधिक प्रभावशाली प्रदर्शन चाहेगी. पंजाब किंग्स का गेंदबाजी आक्रमण कागिसो रबादा, हर्षल पटेल, अर्शदीप सिंह और सैम कुरेन जैसे अनुभवी गेंदबाजों की मौजूदगी के बावजूद थोड़ा कमजोर दिखता है. मेहमान टीम को अपने स्पिनरों हरप्रीत बरार और राहुल चाहर से भी बेहतर प्रदर्शन की दरकार है क्योंकि इन्होंने इस सत्र में केवल सात विकेट लिए हैं.
टीम इस प्रकार हैं:
चेन्नई सुपरकिंग्स: रुतुराज गायकवाड़ (कप्तान), महेंद्र सिंह धोनी, अरावेल्ली अवनीश, अजिंक्य रहाणे, शेख रशीद, मोईन अली, शिवम दुबे, आरएस हांगरगेकर, रविंद्र जडेजा, अजय जादव मंडल, डेरिल मिचेल, रचिन रविंद्र, मिचेल सेंटनर, निशांत सिंधू , दीपक चाहर, तुषार देशपांडे, मुकेश चौधरी, मुस्ताफिजुर रहमान, मथीसा पथिराना, सिमरजीत सिंह, प्रशांत सोलंकी, शारदुल ठाकुर, महीश तीक्षणा और समीर रिज्वी।
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