नयी दिल्ली, 19 मई प्रदर्शनकारी पहलवानों के समर्थन में रविवार को किसानों की होने वाली बैठक के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन स्थल जंतर-मंतर और राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक, दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाहनों की जांच की जाएगी और सीमावर्ती इलाकों में ‘पिकेट’ बढ़ाए जाएंगे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जंतर-मंतर और उसके आसपास सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएंगे और प्रदर्शन स्थल पर पहले से ही बहुस्तरीय अवरोधक लगा दिए गए हैं। सीसीटीवी कैमरे के जरिए 24 घंटे स्थिति पर नजर रखी जाएगी।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में भी ‘पिकेट’ लगाकर जांच बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे और दिल्ली की सीमाओं पर भी गश्त बढ़ाई जाएगी।
प्रदर्शनकारी पहलवानों को सलाह देने वाली 31 सदस्यीय समिति ने सात मई को कहा था कि अगर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को 21 मई तक गिरफ्तार नहीं किया जाता है, तो वह एक ‘‘महत्वपूर्ण निर्णय’’ लेगी।
सात मई को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत, ‘खाप महम 24’ के प्रमुख मेहर सिंह और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता बलदेव सिंह सिरसा ने प्रदर्शनकारी पहलवानों के साथ मंच साझा किया और मीडिया को संबोधित किया।
टिकैत ने कहा था, ‘‘पहलवानों की समिति धरना प्रदर्शन करेगी और हम पहलवानों को बाहर से समर्थन देंगे। हमने 21 मई को एक बैठक निर्धारित की है। अगर सरकार कोई प्रस्ताव नहीं देती है, तो हम अपनी अगली रणनीति तैयार करेंगे।’’
पहलवान 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों द्वारा दायर यौन उत्पीड़न की शिकायतों के आधार पर डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ 28 अप्रैल को दो प्राथमिकी दर्ज की थी।
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