जयपुर, 30 नवंबर: राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) प्रवीण गुप्ता ने बृहस्पतिवार को बताया कि राज्य विधानसभा चुनाव-2023 की मतगणना के लिए मतगणना केंद्रों पर पुख्ता तैयारी की गई है. उन्होंने बताया कि तीन दिसंबर को सुबह आठ बजे से सभी केंद्रों पर डाक मतपत्रों की और 8.30 बजे से ईवीएम के माध्यम से मतगणना आरंभ हो जाएगी. उन्होंने बताया कि 199 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सभी 36 केंद्रों पर मतगणना के लिए 1121 सहायक निर्वाचन अधिकारियों (एआरओ) की ड्यूटी लगाई गई है.
जयपुर, जोधपुर एवं नागौर में दो-दो केंद्रों पर और शेष 30 निर्वाचन जिलों में एक-एक केंद्र पर मतों की गिनती की जाएगी. गुप्ता ने बताया कि 51,890 मतदान केन्द्रों पर ईवीएम के जरिये डाले गए मतों की गणना के लिए मतगणना केन्द्रों पर 2,524 टेबल लगाई गई है. इनमें कुल 4,245 चरण में मतों की गिनती की जाएगी. शिव विधानसभा क्षेत्र के लिए मतगणना सर्वाधिक 41 चरण तक चलेगी, जबकि अजमेर दक्षिण के लिए मतगणना 14 चरण में ही पूरी हो जाएगी.
उन्होंने बताया कि मतगणना स्थल और उसके आस-पास के क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने बताया कि मतगणना स्थल पर प्रवेश के लिए त्रि-स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है ताकि मतगणना स्थल पर किसी तरह का कोई व्यवधान नहीं आए. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने एक बयान में बताया कि केन्द्रीय पुलिस बलों की 40 कम्पनियों को ईवीएम की सुरक्षा के लिए और राजस्थान आर्म्ड कंस्टेबुलरी (आरएसी) की 36 कम्पनियों को मतगणना केन्द्रों की सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा. आरएएसी की 99 कम्पनियां विभिन्न जिलों में कानून-व्यवस्था के मद्देनजर तैनात की जाएंगी.
इन चुनावों में कुल चार लाख 36 हजार 664 मतदाताओं ने डाक मतपत्र से मतदान किया है जिनमें से 80 वर्ष से अधिक उम्र के 49,365 मतदाता, दिव्यांग श्रेणी के 11,656 मतदाता एवं आवश्यक सेवाओं के 4,427 मतदाता तथा मतदान प्रक्रिया में शामिल 3,71,166 मतदाता शामिल हैं. गुप्ता ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि आयोग के निर्देशों की पालना करते हुए परिणाम बिना किसी त्रुटि एवं देरी के समय रहते घोषित किए जाएं.
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