जरुरी जानकारी | बिकवाली दबाव से शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई से फिसला, सेंसेक्स 216 अंक टूटा

मुंबई, 19 जून स्थानीय शेयर बाजार सोमवार को शुरुआती बढ़त बरकरार नहीं रख पाया और गिरावट के साथ बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच दूरसंचार, बिजली और अन्य शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया।

कारोबारियों के अनुसार, निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक और कोटक बैंक जैसे शेयरों में भी तेज बिकवाली हुई।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 216.28 अंक यानी 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63,168.30 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 336.75 अंक तक लुढ़क गया था।

शुक्रवार को सेंसेक्स 466.95 अंक उछलकर 63,384.58 अंक के अबतक के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 137.90 अंक चढ़कर रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुआ था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 70.55 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,755.45 अंक पर बंद हुआ।

कारोबारियों के अनुसार, खासकर दोपहर के कारोबार में तेज बिकवाली से सेंसेक्स और निफ्टी रिकॉर्ड स्तर से फिसल गये।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘मुख्य रूप से निजी क्षेत्र के बैंकों के शेयरों में मुनाफावसूली से घरेलू शेयर बाजार रिकॉर्ड स्तर से नीचे आया। पिछले सप्ताह जोरदार तेजी के बाद वैश्विक बाजार में भी हल्की सुस्ती रही...।’’

सेंसेक्स के शेयरों में कोटक महिंद्रा बैंक सबसे ज्यादा 1.83 प्रतिशत नीचे आया। इसके अलावा एक्सिस बैंक, एनटीपीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इंडसइंड बैंक और नेस्ले भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।

इसके उलट लाभ में रहने वाले शेयरों में बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाइटन, इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी और आईटीसी शामिल हैं।

कोटक सिक्योरिटीज लि. के शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में जोखिम से बचाव की धारणा दिखी। वैश्विक शेयर बाजारों में बिकवाली का असर घरेलू बाजार पर भी दिखा और बैंक, वाहन, दूरसंचार तथा दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली हुई।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, देश के वृहद आर्थिक संकेतक मजबूत दिख रहे हैं। नियमित अंतराल पर वैश्विक चुनौतियों का असर बिकवाली के रूप में दिख रहा है।’’

हालांकि, आईटी, प्रौद्योगिकी, औद्योगिक, धातु और स्वास्थ्य क्षेत्र की कंपनियों में लिवाली देखने को मिली। इससे नुकसान पर कुछ हद तक अंकुश लगा।

बीएसई मिडकैप (मझोली कंपनियों का सूचकांक) 0.08 प्रतिशत नीचे आया जबकि स्मॉलकैप (छोटी कंपनियों का सूचकांक) 0.24 प्रतिशत मजबूत हुआ।

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे।

यूरोपीय शेयर बाजार भी दोपहर के कारोबार में नुकसान में थे। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नुकसान में रहे थे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76.31 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 794.78 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)