कोलंबो, 19 मार्च श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने अपने मंत्रिमंडल को इस साल के उत्तरार्द्ध में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी करने का निर्देश दिया है। यह निर्देश ऐसे समय दिया गया है, जब नकदी संकट से जूझ रहा देश अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से उबरने का प्रयास कर रहा है।
अगले राष्ट्रपति चुनाव की घोषणा निर्वाचन आयोग को सितंबर तक करनी है और नवंबर के मध्य तक मतदान संपन्न कराना है।
संसद का कार्यकाल अगस्त 2025 में पूरा होगा, लेकिन राष्ट्रपति विक्रमसिंघे के पास अगस्त 2020 में निर्वाचित 225 सदस्यीय असेंबली को भंग करके चुनाव किसी भी समय आयोजित करने की शक्ति है।
समाचार पोर्टल ‘डेली मिरर’ ने सूत्रों के हवाले से मंगलवार को बताया कि अटकलों को समाप्त करते हुए , विक्रमसिंघे ने सोमवार को मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान घोषणा की कि पहले राष्ट्रपति चुनाव होगा और चुनाव के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया।
विक्रमसिंघे (74)ने संविधान का हवाला देते हुए कहा कि पहले राष्ट्रपति चुनाव होना चाहिए और उसके अनुसार व्यवस्था की जाएगी।
श्रीलंका के 2022 में गंभीर आर्थिक संकट में फंसने के बाद यह पहला चुनाव होगा। आर्थिक रूप से संकटग्रस्त देश, खाद्य पदार्थ और ईंधन जैसी आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी से जूझ रहा है, और इसे दिवालिया घोषित किया जा सकता है। दिवालिया घोषित होने के बाद देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसकी वजह से तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा और अंतत: अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।
गोटबाया के 2022 में राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद विक्रमसिंघे को संसद में मतदान के माध्यम से इस पद पर चुना गया। वह गोटबाया राजपक्षे के शेष कार्यकाल को पूरा करेंगे, जो इस साल नवंबर में समाप्त होगा।
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