बेंगलुरू, छह जुलाई उत्तर क्षेत्र के गेंदबाजों ने अपने बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के बाद गुरुवार को यहां दलीप ट्रॉफी सेमीफाइनल के दूसरे दिन दक्षिण क्षेत्र को 195 रन पर समेटकर अपनी टीम को मामूली बढ़त दिलाई।
पहली पारी में 198 रन बनाने वाले उत्तर क्षेत्र को तीन रन की बढ़त मिली और उसने दिन का खेल खत्म होने तक दूसरी पारी में दो विकेट पर 51 रन बनाकर अपनी कुल बढ़त 54 रन तक पहुंचाई।
पहले दिन गेंदबाजों के अच्छे प्रदर्शन के बाद दक्षिण क्षेत्र के पास दूसरे दिन मैच में दबदबा बनाने का मौका था लेकिन विरोधी गेंदबाजों ने टीम को लगातार दबाव में रखा।
दक्षिण क्षेत्र ने दिन की शुरुआत चार विकेट पर 63 रन से की। मयंक अग्रवाल 37 जबकि तिलक वर्मा 12 रन से आगे खेलने उतरे।
कल दोनों उस समय क्रीज पर साथ आए जब टीम 35 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद संकट में थी। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 110 रन की साझेदारी करके टीम का स्कोर 145 रन तक पहुंचाया। दोनों को हालांकि इस दौरान भाग्य का साथ भी मिला।
मयंक (76) ने इस साझेदारी के दौरान दबदबा बनाया जो हैरानी भरा नहीं है। कर्नाटक का यह बल्लेबाज 2022-23 रणजी सत्र में 13 पारियों में 990 रन के साथ शीर्ष स्कोरर रहा था।
मयंक ने पहले सत्र में अर्धशक पूरा किया। उन्होंने सुबह के सत्र में 49 गेंद में चार चौकों की मदद से 30 रन बनाए।
दूसरी तरफ साल का अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच खेल रहे तिलक (46) ने संभलकर बल्लेबाजी की। वह चोट के कारण पिछले रणजी ट्रॉफी सत्र में नहीं खेल पाए थे।
अग्रवाल हालांकि शतक और तिलक अर्धशतक से चूक गए। जयंत यादव ने अग्रवाल को अंकित कुमार के हाथों कैच कराया जबकि वैभव आरोड़ा ने तिलक की पारी का अंत किया।
इन दोनों के आउट होने के बाद दक्षिण क्षेत्र की पारी को सिमटने में अधिक देर नहीं लगी। आर साई किशोर ने निचले क्रम में 21 रन बनाए लेकिन अपनी टीम को बढ़त नहीं दिला पाए।
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