जोहानिसबर्ग, 24 जनवरी: दक्षिण अफ्रीका में कुछ हिंदू पुजारियों पर आरोप लगे हैं कि कोविड-19 (COVID-19) के कारण मरने वालों की अंत्येष्टि के लिए उन्होंने कथित रूप से अधिक शुल्क वसूला. डरबन में क्लेयर एस्टेट क्रिमेटोरियम में प्रबंधक प्रदीप रामलाल ने ऐसा करने वाले पुजारियों की निंदा की है. दक्षिण अफ्रीका में हिंदू धर्म एसोसिएशन के सदस्य रामलाल ने कहा कि उन्हें ऐसे अनेक परिवारों से अंत्येष्टि के लिए पुजारियों द्वारा अधिक शुल्क वसूले जाने की शिकायतें मिली हैं जिनके किसी परिजन का कोविड-19 के चलते निधन हो गया. हाल के हफ्तों में, कोविड-19 के प्रकोप तथा वायरस के नए स्वरूप के कारण अंत्येष्टि स्थलों पर कर्मी दो पाली में काम कर रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल के लोगों की आबादी करीब 14 लाख है.
रामलाल ने वीकली पेास्ट से कहा, "पुजारी अंत्येष्टि के लिए अधिक शुल्क वसूल रहे हैं, यह सही नहीं है. हमारे धर्मग्रंथों के अनुसार यह समुदाय की सेवा है. अगर कोई परिवार पुजारी को दान देना चाहता है तो यह ठीक है लेकिन पुजारियों को इसके लिए शुल्क नहीं लेना चाहिए." उन्होंने समुदाय से कहा कि वे आज की कठिन परिस्थितियों में इस तरह के शोषण से बचें और अंत्येष्टि स्वयं ही कर लें, इसके लिए वे पहले से रिकॉर्ड वीडियो की मदद ले सकते हैं.
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बीते दो महीनों में दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 के मामले तथा संक्रमण के कारण मौत की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है. यहां अब तक संक्रमण के 13 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं तथा संक्रमण के कारण 39,501 लोगों की जान जा चुकी है. भारत अगले महीने तक यहां कोविड-19 टीके की 1.5 करोड़ से अधिक खुराकें भेजने वाला है.
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