सेंचुरियन, 27 दिसंबर लोकेश राहुल के शानदार शतक के बाद सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर ने पलटवार करते हुए शतक जड़ा जिससे दक्षिण अफ्रीका ने भारत के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन बुधवार को यहां चाय तक तीन विकेट पर 194 रन बनाकर अपना पलड़ा भारी रखा।
राहुल ने असमान उछाल वाली पिच पर 137 गेंद में 101 रन की पारी खेली जिससे भारत ने पहली पारी में 245 रन बनाए।
जल्द ही संन्यास लेने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज एल्गर ने 168 गेंद में नाबाद 115 रन बनाए हैं जिससे दक्षिण अफ्रीका भारत के पहली पारी के स्कोर से अब सिर्फ 51 रन पीछे है। डेविड बेडिंगहम 32 रन बनाकर उनका साथ निभा रहे हैं। दोनों चौथे विकेट के लिए 81 रन की अटूट साझेदारी कर चुके हैं।
एल्गर ने जसप्रीत बुमराह (35 रन पर दो विकेट) और मोहम्मद सिराज (39 रन पर एक विकेट) के शुरुआती स्पैल पूरे होने के बाद तीसरे और चौथे गेंदबाजी विकल्प के रूप में उतरे शारदुल ठाकुर और प्रसिद्ध कृष्णा के खिलाफ आसानी से रन बटोरे जो गेंदबाजी की अनुकूल पिच पर प्रभावहीन नजर आए। शारदुल और पदार्पण कर रहे प्रसिद्ध दोनों ने दिशाहीन गेंदबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को आसानी से रन बनाने के मौके दिए।
बल्लेबाजों के दबदबे का अंदाजा इस बात से लगता है कि दक्षिण अफ्रीका के शुरुआती 100 रन में 18 बाउंड्री शामिल थी।
बुमराह ने टोनी डिजॉर्जी (28) को तीसरी स्लिप में यशस्वी जायसवाल के हाथों कैच कराके एल्गर के साथ उनकी दूसरे विकेट की 93 रन की साझेदारी का अंत किया।
भारत के पिछले दौरे पर शानदार प्रदर्शन करने वाले कीगन पीटरसन सिर्फ दो रन बनाकर बुमराह की गेंद को विकेटों पर खेल गए।
एल्गर ने हालांकि स्वच्छंद होकर बल्लेबाजी की। उन्होंने शॉर्ट गेंद के खिलाफ कट और पुल शॉट खेले।
बेडिंगहम ने भी उनका अच्छा साथ निभाते हुए प्रसिद्ध और शारदुल पर छक्के मारे।
एल्गर ने शारदुल की नोबॉल पर चौके के साथ 140 गेंद में भारत के खिलाफ दूसरा और करियर का 14वां टेस्ट शतक पूरा किया।
इससे पहले राहुल ने दिन की शुरुआत नाबाद 70 रन से करते हुए शतक जड़ा। उन्होंने अपनी पारी में 14 चौके और चार छक्के मारे तथा अपने करियर का आठवां टेस्ट शतक जड़ा। वह आउट होने वाले अंतिम बल्लेबाज रहे। अगर मुश्किल हालात पर गौर करें तो सेना देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में किसी भारतीय बल्लेबाज की यह सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक है।
किसी अन्य देश का कोई बल्लेबाज सुपर स्पोर्ट पार्क पर दो टेस्ट शतक नहीं लगा पाया है और अब यह विशिष्ट रिकॉर्ड राहुल के नाम है।
राहुल की यह पारी इसलिए भी काबिले तारीफ है क्योंकि इसी साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान उन्हें खराब फॉर्म के कारण टीम से बाहर कर दिया गया था।
राहुल ने सुबह के सत्र में कुछ आकर्षक शॉट खेले। उन्होंने कागिसो रबादा (59 रन पर पांच विकेट) पर चौका जड़ने के बाद इस तेज गेंदबाज पर स्क्वायर लेग पर छक्के के साथ 90 रन के स्कोर को पार किया।
राहुल ने गेराल्ड कोएट्जी (74 रन पर एक विकेट) पर अपने चौथे छक्के के साथ शतक पूरा किया। उन्होंने सिराज (22 गेंद में पांच रन) के साथ नौवें विकेट के लिए 47 रन जोड़कर टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
कोएट्जी ने सिराज को विकेटकीपर काइल वेरिने के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा।
राहुल शतक पूरा करने के तुरंत बाद नांद्रे बर्गर (50 रन पर तीन विकेट) की गेंद पर बोल्ड हो गए जिससे भारतीय पारी का अंत हुआ।
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