कोलकाता, 14 नवंबर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को दावा किया कि राज्य के विरूद्ध एक साजिश रची जा रही है जिसके तहत सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को बदनाम किया जा रहा है।
उन्होंने राज्य के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की खातिर धनराशि रोक देने की केंद्र से अपील करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं की ‘उनकी बंगाल विरोधी हरकत’ को लेकर आलोचना की।
भ्रष्टाचार के मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की गिरफ्तारी के बीच तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि जिन्होंने गलतियां की हैं, उन्हें गलतियां सुधारने का मौका दिया जाना चाहिए।
उन्होंने यहां बाल दिवस पर राज्य सरकार द्वारा विद्यार्थियों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘राज्य के विरूद्ध एक साजिश रची जा रही है। उसके तहत सरकार एवं तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाया जा रहा है। जिन्हें बंगाल पंसद नहीं है, वे हमें (तृणमूल कांग्रेस को) बदनाम करते रहते हैं और साजिश रचते रहते हैं।’’
उन्होंने कहा कि यदि ‘एक या दो लोगों’ ने कोई गलती की है तो उसके लिए पूरी व्यवस्था को बदनाम नहीं किया जा सकता है।
बनर्जी ने कहा, ‘‘ यदि आप काम करते हैं तो आपसे गलती होने की भी आशंका रहती है। क्या सड़क पर चलते हुए हमें चोट नहीं लग जाती है? हमें अपनी गलतियां सुधारने की जरूरत है। यदि किसी व्यक्ति ने गलती की है तो उसे सुधारा भी जाना चाहिए। कानून को अपना काम करना चाहिए। लेकिन कुछ लोग बंगाल को पसंद नहीं करते हैं और वे लगातार बदनाम करने में लगे रहते हैं।’’
उनका बयान प्राथमिक स्कूल शिक्षक भर्ती में ‘‘अनियमितताओं’ में कथित संलिप्तता को लेकर हाल में तृणमूल कांग्रेस विधायक मानिक भट्टाचार्य की गिरफ्तारी के बीच आया है।
जुलाई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को स्कूल सेवा आयोग भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया था जबकि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने (सीबीआई) ने अगस्त में तृणमूल के बीरभूम जिले के अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को पशु तस्करी में कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया था।
बनर्जी ने कार्यक्रम में विद्यार्थियों से कहा, ‘‘ समाचार चैनलों को नहीं देखें, अन्यथा वे आपका दिमाग खराब कर देंगे। वे तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने के तरीके तलाशते रहते हैं... अब हम ऐसी खबरें क्यों देखें? टीवी चैनल जो दिखाते हैं, वे हमेशा तथ्य नहीं होते, वे ज्यादातर टीआरपी के लिए होते हैं।’’
वह भाजपा नीत राजग सरकार में 1998-2001 तक तथा कांग्रेस नीत संप्रग सरकार में 2009-2011 के दौरान रेल मंत्री रही थीं।
राज्य में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के वास्ते केंद्र से धनराशि रोक देने की केंद्र से भाजपा नेताओं की अपील का हवाला देते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘ क्या राज्य को बदनाम करने की शर्मनाक कोशिश में लगे रहना बंगाल विरोधी हरकत नहीं है? आप बंगाल में रहते हैं एवं खाते हैं लेकिन दिल्ली से हमारा कोष रोकने के लिए कहते हैं। हम उनसे (केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत सरकार से) अपना अधिकार छीन लेंगे। हमारा जो अधिकार बनता है, वे हमसे नहीं ले सकते।’’
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