मुंबई, 27 नवंबर एक जांच रिपोर्ट में 238 करोड़ रुपये के सोलापुर जिला सहकारी बैंक घोटाले में महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री विजयसिंह मोहिते पाटिल और पूर्व मंत्री दिलीप सोपाल को अभ्यारोपित किया गया है।
एक पूर्व नौकरशाह ने इस मामले की जांच की और उसकी रिपोर्ट इस माह के प्रारंभ में राज्य सरकार को सौंपी गयी। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले यह रिपोर्ट सौंपी गयी थी।
दिलचस्प बात यह है कि मोहिते पाटिल के बेटे रंजीतसिंह भाजपा के विधानपरिषद सदस्य हैं, लेकिन उन्होंने हाल में विधानसभा चुनाव के दौरान सोलापुर जिले के मालसिरस विधानसभा क्षेत्र से पार्टी उम्मीदवार और मौजूदा विधायक राम सतपुते के खिलाफ प्रचार किया था। विपक्षी राकांपा (एसपी) प्रत्याशी उत्तम जानकर ने यह सीट जीती है।
इस जांच रिपोर्ट से सोलापुर के राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा हो गयी है। रिपोर्ट में बैंक के 32 निदेशकों, दो अधिकारियों और एक अंकेक्षक को 238.43 करोड़ रुपये की क्षति के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
सहकारी सोसायटी के सेवानिवृत अवर रजिस्ट्रार डॉ. किशोर तोशनिवाल ने यह जांच की। अपनी रिपोर्ट में उन्होंने इस नुकसान के लिए जवाबदेह ठहराये गये लोगों से पूरी राशि वसूलने का निर्देश दिया।
इस जांच में जिन प्रमुख हस्तियों के नाम हैं, उनमें मोहिते पाटिल, सोपाल, वरिष्ठ विधायक बबनराव शिंदे और संजय शिंदे शामिल हैं।
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