शिमला, 21 फरवरी हिमाचल प्रदेश के जनजातीय और पर्वतीय इलाकों पर एक बार फिर से बर्फबारी और बारिश होने के बाद बुधवार को लोगों ने कंपकंपाती ठंड का अनुभव किया और न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गयी।
राज्य आपात प्रतिक्रिया केंद्र ने बताया कि चार राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कुल 387 मार्गों पर बर्फबारी की वजह से वाहनों की आवाजाही बंद हो गयी और बिजली के 895 ट्रांसफार्मर ठप पड़ गये।
लाहौल और स्पीति में सबसे ज्यादा 288 मार्गों पर आवाजाही बाधित हुई। वहीं चंबा और कुल्लू में क्रमश: 77 और 12 मार्गों पर वाहन नदारद दिखे।
कोकसर और अटल टनल के इलाकों में 45 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई, वहीं सिस्सू और कोठी में 30 सेंटीमीटर तक बर्फबारी दर्ज की गयी।
केलांग, कुसुमसेरी और भारमौर में क्रमश: 18 सेंटीमीटर, 15.3 सेंटीमीटर और आठ सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गयी।
केंद्र के मुताबिक, मनाली में सबसे अधिक 29 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। मनाली के बाद सलूनी, तिस्सा और चंबा में क्रमश: 25.3, 20 और 16 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। वहीं सियोबाग और बैजनाथ में क्रमश: 11 और आठ मिलीमीटर बारिश हुई। पूरे क्षेत्र में न्यूनतम तापमान कुछ डिग्री तक गिर गया और कई स्थानों पर तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया।
आपात केंद्र के मुताबिक, कुसुमसेरी इलाका राज्य का सबसे ठंड स्थान रहा, जहां तापमान शून्य से 7.1 डिग्री नीचे तक गिर गया। वहीं सुमदो में तापमान शून्य से दो डिग्री नीचे, भरमौर व कल्पा में शून्य से 1.2 डिग्री नीचे, नारकंडा में शून्य से 0.5 डिग्री नीचे, मनाली में शून्य से 0.1 डिग्री नीचे और शिमला में 2.9 डिग्री दर्ज किया गया।
पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश से सर्दियों के मौसम में होने वाली बारिश की कमी 58 प्रतिशत से घटकर 34 प्रतिशत रह गयी है। राज्य में एक जनवरी से 21 फरवरी तक सामान्य वर्षा 158 मिलीमीटर के मुकाबले 104.2 मिमी बारिश दर्ज की गयी है।
स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले चार दिनों के लिए निचले इलाकों और मध्य पहाड़ियों में शुष्क मौसम और बृहस्पतिवार एवं शनिवार को ऊंचाई पर स्थित अलग-अलग स्थानों पर बारिश या बर्फबारी की संभावना जताई है।
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