चंडीगढ़, 12 जनवरी खनौरी और शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनरत पंजाब के किसानों के अनुरोध को स्वीकार करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने रविवार को (केंद्र के विरूद्ध) संयुक्त लड़ाई पर निर्णय लेने के लिए प्रस्तावित बैठक की तारीख 15 जनवरी से घटाकर 13 जनवरी कर दी।
एक दिन पहले एसकेएम (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) ने एसकेएम को पत्र लिखकर अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के ‘बिगड़ते’ स्वास्थ्य के मद्देनजर यह बैठक 12 या 13 जनवरी को करने का आग्रह किया था।
एसकेएम की छह सदस्यीय समिति ने शुक्रवार को खनौरी प्रदर्शन स्थल का दौरा किया था तथा एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम को 15 जनवरी को पटियाला में एक बैठक के लिए आमंत्रित किया था ताकि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी समेत किसानों की मांगों को स्वीकार करने के वास्ते केंद्र पर दबाव बनाया जा सके एवं किसान संगठनों के बीच एकजुटता कायम रखी जा सके।
एसकेएम अब एसकेएम (गैर राजनीतिक) और केएमएम के वर्तमान आंदोलन का हिस्सा नहीं है। उसने (एसकेएम ने) तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 2020 में किसान आंदोलन की अगुवाई की थी और बाद में ये तीनों कानून वापस ले लिये गये थे।
एसकेएम (गैर राजनीतिक) और केएमएम को रविवार को भेजे पत्र में एसकेएम ने कहा कि उसकी राष्ट्रीय समन्वय समिति की एक बैठक में प्रदर्शनकारी किसानों के अनुरोध पर विचार करने के बाद यह तय किया गया कि अब प्रस्तावित बैठक पटियाला जिले के पतरान में 13 जनवरी को पूर्वाह्न 11 बजे होगी।
उसने कहा कि इस बैठक में इस बात पर चर्चा होगी कि तीनों किसान संगठनों द्वारा इस संयुक्त संघर्ष को आगे कैसे ले जाया जाए।
एसकेएम (गैर-राजनीतिक) के संयोजक डल्लेवाल पिछले साल 26 नवंबर से किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं।
डल्लेवाल के आमरण अनशन का रविवार को 48वां दिन था। उन्होंने अब तक कोई भी चिकित्सा सहायता नहीं ली है।
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